कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी गठबंधन की रणनीति और सीटों के बंटवारे पर बात की। उन्होंने कहा- मैं कर्नाटक में कांग्रेस के साथ हूं, लेकिन वो बंगाल में मुझसे लड़ना बंद करे। यह पॉलिसी सही नहीं है। अगर आपको कुछ अच्छा चाहिए तो त्याग भी करना होगा। CM राज्य सचिवालय नबन्ना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया के सवालों का जवाब दे रही थीं। ममता के बयान पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम बंगाल में ही क्यों, जहां जरूरत पड़ेगी वहां TMC के खिलाफ लड़ेंगे। कर्नाटक के चुनाव से पहले ममता बनर्जी ने कभी कहा है कि भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस को वोट दो?
आज कांग्रेस की जीत के बाद ममता बनर्जी को लगने लगा कि बिना कांग्रेस के बंगाल में उनका आगे बढ़ना मुश्किल है, क्योंकि बंगाल में कांग्रेस पार्टी की पकड़ बढ़ती जा रही है। ममता ने कहा कि मैं कोई जादूगर नहीं हूं और न ही ज्योतिषी हूं। मैं नहीं बता सकती कि भविष्य में क्या होगा। आप लोग अंग्रेजी समझते हैं इसीलिए मैं इंग्लिश में बात कर रही हूं। मेरी अंग्रेजी बहुत कमजोर है। हमें सिर्फ एक चीज पर ध्यान देना होगा, जहां रीजनल पार्टी स्ट्रॉन्ग हैं, वहां BJP फाइट नहीं कर सकती। जहां लोग बहुत हताश और निराश हैं, जहां सरकार के खिलाफ इनकम्बेंसी है, जैसे कर्नाटक को ही देख लीजिए। वहां जनता ने अपना फैसला दे दिया।
देश की अर्थव्यवस्था गर्त में जा रही है, लोकतांत्रिक अधिकारों पर बुलडोजर चल रहा है। रेसलर्स सड़क पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में जो क्षेत्रीय पार्टी जहां मजबूत है, उसे BJP का मुकाबला करना चाहिए। वहीं, अन्य विपक्षी दलों को उस पार्टी की मदद करनी चाहिए।ममता ने कहा कि अगर हम बंगाल की बात करें तो यहां हम BJP का मुकाबला कर सकते हैं। ठीक वैसे ही दिल्ली में आम आदमी पार्टी BJP का मुकाबला कर सकती है। बिहार में नीतीश, तेजस्वी साथ हैं। कांग्रेस और अन्य पार्टियां भी उनका साथ दे सकती हैं, इस बारे में मैं फैसला नहीं ले सकती।
इसी तरह चेन्नई, झारखंड, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, बिहार, ओडिशा, बंगाल और पंजाब यहां जनता में मजबूत पकड़ रखने वाली पार्टियों को प्रायोरिटी देनी चाहिए। जहां कांग्रेस मजबूत है, वहां उन्हें आगे किया जाए। इसमें किसी अन्य पार्टी को परेशानी नहीं होनी चाहिए, लेकिन उन्हें भी अन्य राज्यों में दूसरी पार्टियों को सपोर्ट करना चाहिए। ममता ने कहा- मैं कर्नाटक में कांग्रेस को सपोर्ट कर रही हूं, लेकिन वो रोज मेरे खिलाफ लड़ती है। उसे बंगाल में मेरे खिलाफ लड़ाई बंद करनी चाहिए। यह पॉलिसी ठीक नहीं है। यह सिर्फ कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि हर पार्टी के लिए है। अगर आपको कुछ अच्छा चाहिए तो त्याग भी करना होगा।
2024 लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता को लेकर बिहार के CM नीतीश कुमार अपने डिप्टी तेजस्वी के साथ कोलकाता पहुंचे। दोनों ने बंगाल की CM ममता बनर्जी से मुलाकात की। नीतीश ने कहा कि बातचीत पॉजिटिव रही। ममता ने कहा- उन्हें भाजपा के खिलाफ विपक्षी गठबंधन के साथ जाने में कोई ईगो नहीं है। मैं चाहती हूं कि भाजपा अगले चुनाव में हीरो से जीरो बन जाए।
साभार : दैनिक भास्कर
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