शुक्रवार, नवंबर 22 2024 | 05:03:28 PM
Breaking News
Home / अंतर्राष्ट्रीय / पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने तुर्किए के राष्ट्रपति को गले लगाने की करी नाकाम कोशिश

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने तुर्किए के राष्ट्रपति को गले लगाने की करी नाकाम कोशिश

Follow us on:

इस्लामाबाद. तुर्किए (Turkey) में हाल ही में राष्ट्रपति चुनाव हुए, इस चुनाव में रेसेप तैयप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल की. ये उनकी किसी भी तरह के चुनाव में लगातार 11वीं जीत थी. इसके बाद शनिवार (3 जून) को एर्दोगन ने तुर्किए के 12वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली. उनके शपथ समारोह में दुनियाभर के नेता शामिल हुए थे. इसमें पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ (Shehbaz sharif) भी शरीक हुए थे. पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने भारत के पीएम नरेंद्र मोदी की नकल करते नजर आए.

पाकिस्तानी PM शहबाज शरीफ ने तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन को गले लगाने की कोशिश की, लेकिन एर्दोगन ने शहबाज शरीफ के तरीके को नजरअंदाज कर दिया और सिर्फ कंधे को सटाकर छोड़ दिया. इसी वाक्ये से जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो पर कई लोगों शहबाज शरीफ के हरकत का मजाक भी उड़ाया.

वीडियो देख लोगों ने उड़ाया मजाक
पीएम शहबाज का ये तरीका सोशल मीडिया यूजर्स को कतई पसंद नहीं आया. उन्होंने ने कहा कि तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन को पता है कि शहबाज जबरदस्ती उनके गले पड़ने की कोशिश कर रहे हैं. एक इंडियन यूजर ने कमेंट वीडियो पर कमेंट करते हुए कहा कि एर्दोगन इग्नोर कर रहे हैं. उनको जबरदस्ती उनकी बात सुननी पड़ रही है, जिसका वो जवाब नहीं देना चाहते है और शायद शहबाज शरीफ उनके कान में पैसे मांगने की बात कर रहे हैं.

एर्दोगन एक कट्टर इस्लामिक अनुयायी
तुर्किए के लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति बनने पर दुनियाभर के नेताओं ने एर्दोगन को बधाई दी थी. हालांकि, इस बार का उनके लिए राष्ट्रपति चुनाव जीतना आसान नहीं था. इस बार उनके सामने तुर्किए के गांधी कहे जाने वाले कमाल कलचदारलू से था, जिसके वजह से चुनाव का फैसला दूसरे बार के मतदान के बाद हुआ. एर्दोगन को एक कट्टर इस्लामिक अनुयायी माना जाता है. उन्होंने पाकिस्तान का कश्मीर मुद्दे पर साथ भी दिया था. हालांकि, अब ये देखना है कि देश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति को वो कैसे सुधारेंगे,क्योंकि हाल में आए भूकंप ने देश का झकझोर कर दिया था. इसके अलावा उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह में कहा कि मैं राष्ट्रपति के रूप में महान राष्ट्र की स्वतंत्रता के की रक्षा करूंगा.

साभार : एबीपी न्यूज़

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

युद्ध के खतरे को देखते हुए अमेरिका ने यूक्रेन में अपना दूतावास किया बंद

कीव. रूस यूक्रेन युद्ध के बीच तनाव बढ़ने के बीच अमेरिका ने कीव स्थित अपने …