कानपुर (मा.स.स.). श्रीमद्भगवत गीता जयंती आयोजन समिति, कानपुर प्रांत ने अपने पांडु नगर स्थित कार्यालय पर पत्रकार वार्ता कर बताया कि संस्था द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से शुरू किये जाने वाले विशेष अभियान के लिए महत्वपूर्ण बैठक साकेत नगर में आयोजित की गई। इसमें निर्णय किया गया कि कानपुर महानगर के प्रत्येक वार्ड, मोहल्ले के अधिक से अधिक मंदिर, विद्यालय व घर-घर जाकर श्रीमद्भगवत गीता प्रसाद वितरण एवं गीता स्थापन अभियान शुरू किया जायेगा। पिछले वर्ष जिन विद्यालयों ने गीता संदेश मानव श्रृंखला बनाई थी, सबसे पहले उन्ही विद्यालयों के शिक्षकों के मध्य गीता वितरण, गीता कालजई स्मारिका देने का कार्य किया जायेगा।
गत वर्ष गीता जयंती आयोजन समिति, कानपुर प्रांत ने कुल 3000 से भी अधिक बंधुओं ने गीता कर्मयोगी के रूप में इस अभियान को जन-जन तक ले जाने का संकल्प लिया था। महानगर सहित प्रांत के सभी जिलों में छोटी-छोटी बैठक कर गीता स्थापना अभियान को गति देने का निर्णय हुआ है। बैठक में आग्रह किया गया है कि सभी गीता प्रेमी अपने अपने परिचितों/ मित्रों को अभियान की जानकारी और गीता वितरण अभियान में जुड़ने के लिए व्हाट्सए किया जायेगा।
एक पखवाड़ा यानी 15 दिन तक चलने वाले इस अभियान की खास बातें इस प्रकार से हैं :-
- अभियान जन्माष्टमी 6 सितंबर से शुरू होगा।
- अभियान का समापन 27 सितंबर मंगलवार के दिन चारों जिलों में एक समापन कार्यक्रम के रूप में किसी सार्वजनिक स्थान/चौराहे/पार्क में किया जाएगा, जहां सहज ही भीड़ इकट्ठा होती हो।
- गीता जयंती आयोजन समिति से जुड़े हुए हर गीता प्रेमी से अपेक्षा है कि वह अपनी श्रद्धा के अनुसार 100, 200, 500 या 1000 गीता की प्रतियां अपनी इच्छानुसार बिरहना रोड स्थित गीता प्रेस की दुकान से खरीदकर समिति को भेंट करें।
- गीता प्रेमी अपनी दान दी गई पुस्तक पर अपनी सौजन्यता भेंट का स्टीकर लगा सकते है।
- घर-घर गीता स्थापना पखवाड़े का शुभारंभ हनुमान मंदिर पनकी, राधा कृष्ण मंदिर पांडु नगर, आनंदेश्वर महादेव मंदिर, शिवाला मंदिर आदि प्रसिद्ध स्थानों पर विशेष पूजन तथा गीता वितरण से होगा।
- महानगर के चारों जिलों के पदाधिकारियों से बड़ी-बड़ी बैठके करके 2 से 5 कार्यकर्ताओं की संपर्क टोली का गठन करने का अनुरोध किया गया है।
- कार्यक्रम को जन – जन तक पहुंचाने के लिए व्हाट्सएप, ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया का पूर्ण सहयोग लिया जाएगा।
- निर्णय लिया गया कि जो लोग कार्यक्रम के प्रचार हेतु होर्डिंग लवाना चाहते हैं, उन्हें होर्डिंग के लिए मैटर संस्था की ओर से उपलब्ध कराया जायेगा।
पत्रकार वार्ता में प्रमुख रूप से डॉ. उमेश पालीवाल, भूपेश अवस्थी, डॉ. लोकेश्वर सिंह, अमरनाथ, के.के. शुक्ला, राजेन्द्र अवस्थी, प्रिंस वेदी व अजय शुक्ला आदि उपस्थित रहे।
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं