नई दिल्ली. 2023 में लोगों को लगने लगा कि अब कोरोना के मामले कम हो गए हैं. वैक्सीन ने अपना असर दिखा दिया है. वायरस पर काबू पाया जा चुका है. लेकिन जैसे ही साल खत्म होने पर आया, अचानक चीन में एक रहस्यमई बीमारी फिर से फैलने की खबर आई. इसे भी न्यूमोनिया का नया रुप बताया गया. अस्पतालों में ठीक वैसे ही हालात देखने को मिलने लगे, जैसे 2019 में थे, जब कोरोना फैलना शुरू हुआ था.
साल 2023 के अंत में अचानक ही कोरोना केसेस के मामले काफी ज्यादा बढ़ने लगे हैं. कई देशों ने इसे लेकर वॉर्निंग भी जारी कर दी है. इसमें भारत भी शामिल है. लेकिन हाल ही में एक्सपर्ट्स ने कोरोना को लेकर जो नए दावे किये, उसे देखते हुए लोगों की चिंता काफी ज्यादा बढ़ गई है. नए केसेस से जमा किये गए डेटा के मुताबिक़, कोरोना अब सर्दी-खासी की जगह लोगों के पेट पर हमला कर रहा है.
नाली के पानी में मिला स्ट्रेन
साइंटिस्ट्स के मुताबिक़, लोगों के घरों से निकलने वाले वेस्टवॉटर में कोरोना का ये नया स्ट्रेन पाया गया है. यानी लोगों की पॉटी के जरिये ये स्ट्रेन बाहर आ रहा है. इससे पहले ऐसा नहीं हुआ था. इस नई डिस्कवरी से साफ़ है कि अब कोरोना लोगों के रेस्पीरेट्री सिस्टम की जगह डाइजेस्टिव सिस्टम पर अटैक कर रहा है. अभी तक यूरोप में इस बात की पुष्टि की जा चुकी है. बाकी के देशों में भी बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए वहां भी एक्सपर्ट्स प्रभावित लोगों के डाइजेस्टिव इन्जाइम्स का टेस्ट शुरू करने की प्लानिंग कर रहे हैं.
साभार : न्यूज़18
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