सोमवार, दिसंबर 23 2024 | 09:33:59 AM
Breaking News
Home / राष्ट्रीय / नारायण साईं को पिता आसाराम बापू से मिलने के लिए मिली जमानत

नारायण साईं को पिता आसाराम बापू से मिलने के लिए मिली जमानत

Follow us on:

अहमदाबाद. आसाराम बापू के बेटा नारायण साईं सूरत की लाजपोर जेल में दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद है। अब आसाराम बापू के बेटे नारायण साईं को गुजरात हाईकोर्ट ने अपने पिता आसाराम से मिलने के लिए जमानत दे दी है। वह पिता आसाराम से जोधपुर जेल में 4 घंटे तक मिल सकेगा। हाईकोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करते हुए आदेश दिया है कि जेल में पिता-पुत्र की मुलाकात के दौरान कोई भी मौजूद न रहे, साथ ही नारायण साईं अपनी मां और बहन से भी नहीं मिल पाएगा। बता दें कि जेल में बंद नारायण साईं ने जोधपुर जेल में बंद पिता आसाराम से मिलने के लिए गुजरात हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसको लेकर गुरुवार को सुनवाई हुई।

वकील ने कोर्ट में दी दलील

नारायण साईं के वकील ने कोर्ट में दलील दी कि आसाराम का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। इसलिए वह जोधपुर जेल जाकर उनसे मिलना चाहता है, इसके बाद राज्य सरकार ने नारायण साईं की याचिका का पूरी तरह से विरोध किया। सरकार ने दलील दी कि आसाराम के बड़ी संख्या में अनुयायी हैं। ऐसे में अगर ज्यादा लोग इकठ्ठा होंगे तो लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पहले से ज्यादा बिगड़ सकती है। इसके साथ हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान नारायण साईं को हवाई मार्ग से जाने के लिए बोला।  इस पर राज्य सरकार ने कहा कि नारायण के साथ पुलिस अफसर और कर्मचारी भी जाएंगे और उनका खर्चा याचिकाकर्ता को उठाना होगा। साथ ही हाईकोर्ट ने नारायण साईं को 10 लाख रुपए डिपॉजिट करने को कहा। इसके साथ कोर्ट ने आगे कहा कि इस मुलाकात के लिए पहले ये रकम जमा की जाए।

नारायण के साथ पुलिस अफसर भी जाएंगे

वह इकठ्ठा होंगे तो लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ सकती है। सुनवाई के दौरान हाइकोर्ट ने नारायण साईं को हवाई मार्ग से ले जाने के लिए बोला। इस पर राज्य सरकार ने कहा कि नारायण के साथ पुलिस अफसर और कर्मचारी भी जाएंगे और उनका खर्चा भी याचिकाकर्ता को उठाना होगा। इसके बाद हाइकोर्ट ने नारायण साईं को 10 लाख डिपॉजिट करने को कहा। कोर्ट ने कहा कि इस मुलाकात के लिए पहले यह रकम जमा की जाए। खर्च होगा वह काट के बाकी की रकम लौटा दी जाएगी।  वहीं आगे बता दें कि नारायण साईं को सूरत जेल से विशेष विमान से जोधपुर ले जाया जाएगा। इस दौरान 1 एसपी, 2 हेड कांस्टेबल और 2 कांस्टेबल वहां मौजूद रहेंगे।

साभार : दैनिक जागरण

भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

सारांश कनौजिया की पुस्तकें

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

मायावती आंबेडकर मुद्दे पर 24 दिसंबर को पूरे देश में करेगी आंदोलन

नई दिल्ली. बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब …