नई दिल्ली. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने आधिकारिक रूप से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करने को लेकर लिखित स्पष्टीकरण देने कहा है। बीसीसीआई ने क्रिकेट की वैश्विक संस्था को मौखिक रूप से अगले साल होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए अपनी टीम नहीं भेजने के फैसले के बारे में अवगत कराया था।
भारत के इस फैसले के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने आईसीसी से अपील की है कि वह भारत के जवाब की कॉपी उसे भी मुहैया कराए। पाकिस्तान के एक चैनल के हवाले सूत्र ने कहा, लिखित उत्तर प्राप्त होने पर पाकिस्तान भारत के नहीं आने कारणों के पर्याप्त सबूत मांग सकता है। इसके बाद आईसीसी उन कारणों की समीक्षा के बाद भारत पर अंतिम निर्णय ले। सूत्र ने साथ ही कहा कि अगर भारत पाकिस्तान की यात्रा नहीं करने के पर्याप्त कारण देने में असफल रहा तो वे उन्हें इस टूर्नामेंट में शामिल होने के लिए पड़ोसी देश की यात्रा करने करेंगे। अगर भारत किसी कारण से पाकिस्तान की यात्रा करने से मना करता है तो इस टूर्नामेंट के लिए उसकी जगह किसी अन्य टीम को लिया जा सकता है।
पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी का गत विजेता है। भारत ने इस टूर्नामेंट के लिए अपनी टीम पाकिस्तान भेजने से साफ इनकार कर दिया है। मालूम हो कि भारत ने 2008 में मुंबई आतंकी हमलों के बाद से पाकिस्तान की यात्रा नहीं की है। इतना ही नहीं, दोनों देशों के बीच एक दशक से अधिक समय से द्विपक्षीय सीरीज नहीं हो रही है। भारत और पाकिस्तान की टीमें सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट या एशिया कप जैसे बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में ही एक दूसरे का सामना करती हैं।
राजीव शुक्ला बोले – सरकार जो कहेगी वो करेंगे
इस बीच, बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि हमारी नीति स्पष्ट है, हमें सरकार जो कहेगी, हम वो करेंगे। शुक्ला ने कहा, हम इस बारे में बहुत स्पष्ट हैं। हमारी नीति रही है कि भारत सरकार जो कहेगी, हम वही करेंगे। हमने इस बारे में आईसीसी को भी जानकारी दे दी है। सरकार हमेशा इस बारे में निर्णय लेती है और हम लोग उसी के तहत चलते हैं।
हाइब्रिड मॉडल की भी चर्चा
बताया यह भी जा रहा है कि भारत को चैंपियंस ट्रॉफी हाइब्रिड मॉडल के तहत खेलने में कोई दिक्कत नहीं है जिसके तहत भारत अपने मुकाबले दुबई या श्रीलंका में खेल सकता है। हालांक, पीसीबी इसके लिए तैयार नहीं है। इससे पहले पिछले साल एशिया कप में हाइब्रिड मॉडल अपनाया गया था जब फाइनल सहित भारत के मैच श्रीलंका में और बाकी सारे मैच पाकिस्तान में हुए थे। उस वक्त भी भारत ने एशिया कप के लिए पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया था।
साभार : अमर उजाला
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