नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से ही यहां का राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है. एक ओर सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी (AAP) सत्ता में काबिज रहने की पुरजोर कोशिश कर रही है तो वहीं विपक्षी दल बीजेपी और कांग्रेस की कोशिशें हैं कि दिल्ली की सत्ता पर कमान हासिल की जा सके. इस बीच कांग्रेस के सीनियर नेता अशोक गहलोत के एक बयान ने राजनीतिक पारा हाई कर दिया.
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा था कि आम आदमी पार्टी उनके (कांग्रेस के) लिए ‘विपक्ष’ है. अशोक गहलोत ने कहा था, “उनको (AAP को ) यह भ्रम है कि वह पहले जीत गए हैं दो बार तो आगे भी जीतेंगे, लेकिन मुझे इस बार दिल्ली का माहौल बदला हुआ लगता है. कांग्रेस बहुत बेहतर तरीके से कैंपेन कर रही है. मुझे यकीन है कि इस बार परिणाम अच्छे आ सकते हैं.”
आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, “गहलोत जी, आपने साफ कर दिया कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी कांग्रेस का विपक्ष है. बीजेपी पर आप चुप रहे. लोगों को भी यही लग रहा था कि कांग्रेस के लिए AAP विपक्ष है और बीजेपी पार्टनर है. लोगों का भी यही मानना था कि बीजेपी और कांग्रेस मिलकर AAP के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.”
‘बीजेपी और कांग्रेस के बीच छिपा सहयोग सामने आया’
अरविंद केजरीवाल ने अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए आगे लिखा कि अभी तक बीजेपी-कांग्रेस के बीच यह सहयोग चोरी-छिपे था. आज अशोक गहलोत ने इसे सार्वजनिक कर दिया है. वहीं, अरविंद केजरीवाल ने तंज कसते हुए अशोक गहलोत को इस स्पष्टीकरण के लिए दिल्ली की जनता की ओर से धन्यवाद दिया है. जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग ने 7 जनवरी को तारीखों का ऐलान कर दिया है. चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए शेड्यूल के अनुसार, दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर मतदान 5 फरवरी 2025 को होगा. वहीं, नतीजों की घोषणा 8 फरवरी को की जाएगी. तारीखों के ऐलान के साथ ही दिल्ली में आचार संहिता लागू हो गई है.
साभार : एबीपी न्यूज
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