नई दिल्ली (मा.स.स.). मैं इस सम्मानित सदन को 9 दिसंबर, 2022 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हमारी सीमा पर हुई एक घटना के बारे में जानकारी देना चाहूंगा।
9 दिसंबर, 2022 को पीएलए सैनिकों ने तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा का अतिक्रमण करने और एकतरफा तरीके से यथास्थिति को बदलने का प्रयास किया। हमारे सैनिकों ने दृढ़ता और संकल्प के साथ चीन के प्रयास का विरोध किया। फलस्वरूप आमने-सामने की हाथापाई हुई जिसमें भारतीय सेना ने बहादुरी से हमारे क्षेत्र में उन्हें अतिक्रमण करने से रोका और अपनी चौकियों पर लौटने के लिए बाध्य किया। इस झड़प में दोनों ओर के कुछ सैनिकों को चोटें आई हैं। मैं इस सदन के साथ यह साझा करना चाहता हूं कि हमारी ओर से कोई हताहत या गंभीर रूप से हताहत नहीं हुआ है।
भारतीय सैन्य कमांडरों के समय से हस्तक्षेप के कारण पीएलए सैनिक अपने ठिकानों पर वापस चले गए। घटना की फोलोअप कार्रवाई के रूप में क्षेत्र में स्थानीय कमांडर ने अपने समकक्ष के साथ इस विषय पर स्थापित व्यवस्था के अनुसार चर्चा करने के लिए 11 दिसंबर, 2022 को फ्लैग मीटिंग की। चीनी पक्ष से इस तरह की हरकतों से बाज आने तथा सीमा पर शांति बनाए रखने को कहा गया। राजनयिक माध्यमों से भी इस विषय को चीनी पक्ष के साथ उठाया गया है।
मैं इस सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सेनाएं हमारी क्षेत्रीय अखंडता के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस तरह के किसी भी प्रयास को विफल करती रहेंगी। मुझे विश्वास है कि पूरा सदन हमारे सैनिकों के साहसिक प्रयासों का समर्थन करने के लिए एकजुट होकर खड़ा होगा।