भोपाल (मा.स.स.). मध्य प्रदेश के इन्दौर स्थित ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आज (15 सितंबर 2022) एक दो दिवसीय संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आरपीडब्ल्यूडी अधिनियम और उसके तहत बनाए गए नियमों के प्रावधानों के कार्यान्वयन में राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों को उनकी भूमिका व उत्तरदायित्वों को लेकर संवेदनशील बनाने और सरकार के कार्यक्रम के प्रचार को आगे बढ़ाना है।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले और सु प्रतिमा भौमिक की उपस्थिति में किया। इस कार्यक्रम में 4 राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों यानी दिल्ली, गोवा, ओडिशा एवं पंजाब के मंत्रियों और 18 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में दिव्यांगजनों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार की विभिन्न पहलों और कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने शिक्षा, खेल, ललित कला, संगीत आदि जैसे जीवन के सभी पहुलओं में दिव्यांगजनों की क्षमताओं को रेखांकित किया और उनके लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए कहा। उन्होंने राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों को दिव्यांगजनों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए मिलकर काम करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दिव्यांग खेल केंद्र की स्थापना की जा रही है जिसकी अनुमानित लागत 171 करोड़ रुपये है। इस केंद्र के मौजूदा वित्तीय वर्ष में चालू होने की संभावना है। इस केंद्र में दिव्यांग खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी ताकि वे राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।
केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले और सु प्रतिमा भौमिक ने भी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ अपने विचार साझा किए और दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण व उनके समावेशन के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया। दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के तहत काम कर रहे विभिन्न राष्ट्रीय संस्थान, स्वायत्त निकाय और केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भी अपने कार्यक्रमों/सेवाओं को साझा करेंगे ताकि दिव्यांगजनों के लाभ के लिए उनकी गतिविधियों के विस्तार के बारे में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को अवगत कराया जा सके। यह विभाग द्वारा आयोजित इस तरह की दूसरी संवेदीकरण कार्यशाला है। पहली कार्यशाला मार्च 2022 में गुजरात के केवड़िया में आयोजित की गई थी।
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