नई दिल्ली (मा.स.स.). एशिया और अफ्रीका में कदन्न (मोटे अनाज) को मुख्यधारा में लाने के लिये नीति आयोग तथा वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (डब्लूएफपी – विश्व खाद्य कार्यक्रम) ‘मैपिंग एंड एक्सचेंज ऑफ गुड प्रैक्टिसेस’ नामक पहल का शुभारंभ करेंगे। यह आयोजन 19 जुलाई, 2022 को ऑनलाइन और प्रत्यक्ष रूप (हाइब्रिड) से किया जायेगा।
नीति आयोग और डब्लूएफपी भारत और विदेश में मोटे अनाजों की खपत और उत्पादन बढ़ाने के लिये कारगर उपायों का एक सार-संक्षेप तैयार करेंगे। कार्यक्रम का उद्घाटन नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी करेंगे। उनके साथ नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद और सलाहकार डॉ. नीलम पटेल, डब्लूएफपी के प्रतिनिधि और निदेशक-भारत बिशॉ पराजुली, राष्ट्रीय वर्षा सिंचित क्षेत्र प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. अशोक दलवई और कृषि मंत्रालय की संयुक्त सचिव शुभा ठाकुर उपस्थित रहेंगी।
आईसीएआर, केंद्रीय और राज्य सरकार के विभागों, कृषि विज्ञान केंद्रों, उद्योग जगत, केंद्रीय और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, एफपीओ, गैर-सरकारी संगठनों, स्टार्ट-अप, अकादमिक और अनुसंधान संस्थानों तथा इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर दी सेमी-एरिड ट्रॉपिक्स (आईसीआरआईएसएटी), फूड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन (एफएओ), इंटरनेशनल कमीशन ऑन इरीगेशन एंड ड्रेनेज (आईसीआईडी) आदि जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधिगण भी कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।