नई दिल्ली (मा.स.स.). केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज कहा कि प्रामाणिक जानकारी प्रस्तुत करना मीडिया की सबसे प्रमुख जिम्मेदारी है और उसे तथ्यों को सार्वजनिक क्षेत्र में डालने से पहले ठीक तरह से जांच कर लेनी चाहिए। एशिया-पैसिफिक ब्रॉडकास्टिंग यूनियन जनरल असेंबली 2022 के उद्घाटन समारोह में संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि जिस गति से सूचना को प्रसारित किया जाता है वह काफी महत्वपूर्ण है, लेकिन सटीकता इससे भी अधिक महत्वपूर्ण है और यह बात संचारकों के मस्तिष्क में मुख्य रूप से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के प्रसार के साथ-साथ ही फर्जी खबरों का भी प्रसार हुआ है। इसके लिए उन्होंने एशिया-प्रशांत क्षेत्र के प्रसारकों के दर्शकों को बताया कि गैर-सत्यापित दावों से निपटने और जनता के सामने सच्चाई प्रस्तुत करने के लिए भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय में फेक्ट चैक यूनिट की स्थापना की है।
ठाकुर ने इस बात पर जोर दिया कि जिम्मेदार मीडिया संगठनों के लिए जनता का विश्वास बनाए रखना भी सर्वोच्च मार्गदर्शक सिद्धांत होना चाहिए। उन्होंने सार्वजनिक प्रसारकों, दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो को हमेशा सच्चाई के साथ खड़े रहने और अपनी सत्य और सटीक रिपोर्टिंग के लिए जनता का विश्वास जीतने के लिए श्रेय दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि संकट के समय मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि तब मीडिया की भूमिका सीधे तौर पर लोगों की जान बचाने से संबंधित हो जाती है और मीडिया राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजनाओं के मूल में है। अनुराग ठाकुर ने कोविड-19 महामारी के दौरान घरों में फंसे लोगों की मदद करने के लिए आगे आने का श्रेय मीडिया को देते हुए कहा कि यह मीडिया ही था जिसने ऐसे लोगों को बाहरी दुनिया से जोड़े रखा।
उन्होंने दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो द्वारा विशेष रूप से किए गए बेहतर और शानदार तथा भारतीय मीडिया द्वारा आमतौर पर किए गए महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में दर्शकों को सूचित करते हुए कहा कि दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो ने सार्वजनिक सेवा जारी रखते हुए बहुत ही संतोषजनक ढंग से कार्य किया और ये महामारी के समय में लोगों के साथ मजबूती से खड़े रहे। उन्होंने कहा कि भारतीय मीडिया ने आम तौर पर यह सुनिश्चित किया कि कोविड-19 जागरूकता संदेश, महत्वपूर्ण सरकारी दिशानिर्देश और डॉक्टरों के साथ मुफ्त ऑनलाइन परामर्श के बारे में जानकारी देश के कोने-कोने तक पहुंच सके। उन्होंने कहा कि प्रसार भारती ने सौ से अधिक सदस्य कोविड-19 में खो दिए, लेकिन इसके बावजूद भी इस संगठन अपनी सार्वजनिक सेवा को आगे बढ़ाना जारी रखा।
अनुराग ठाकुर ने मीडिया को शासन में भागीदार बनने का निमंत्रण दिया और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इन शब्दों को दोहराने के लिए इस मंच का उपयोग किया कि “मीडिया को सरकार और जनता के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करना चाहिए और उसे राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय दोनों स्तरों पर निरंतर फीडबैक देनी चाहिए”। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि प्रसारण संगठनों के एक संघ के रूप में एबीयू को संकट के समय में मीडिया की भूमिका के बारे में सर्वश्रेष्ठ पेशेवर कौशल वाले मीडियाकर्मियों को प्रशिक्षित और समर्थ बनाना जारी रखना चाहिए और उन्होंने यह वादा भी किया कि भारत ऐसे सभी प्रयासों के लिए तैयार है।
एबीयू सदस्यों के साथ भारत के सहयोग और भागीदारी के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रसार भारती का शीर्ष प्रशिक्षण संस्थान एनएबीएम प्रसारण उद्योग के विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन में एबीयू मीडिया अकादमी के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। भारत ने लगभग 40 देशों के साथ सामग्री आदान-प्रदान, सह-उत्पादन, क्षमता निर्माण आदि के क्षेत्रों में द्विपक्षीय समझौते कर रखे हैं। इन देशों में कई सहयोगी एबीयू देश – ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, भूटान, फिजी, मालदीव, नेपाल, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं। हमने कार्यक्रम साझा करने के लिए प्रसारण के क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया के साथ मार्च 2022 में भागीदारी की है। दोनों देशों के प्रसारक कई विधाओं में फैले कार्यक्रमों के सह-निर्माण और संयुक्त प्रसारण में मौजूद अवसरों का भी पता लगा रहे हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए, मसागाकी ने एशिया प्रशांत क्षेत्र में एबीयू द्वारा निभाई जा रही महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में प्रकाश डालते हुए क्षेत्र के सभी सार्वजनिक सेवा प्रसारकों द्वारा आपस में सार्वजनिक महत्व के समाचारों को साझा करने के लिए किए जा रहे सहयोग पूर्ण प्रयासों की सराहना की। जावद मोट्टाघी ने इस अवसर पर कहा कि यह क्षेत्र विविधता से भरा है फिर भी हम सभी सदस्य देश समानता प्राप्त करते हुए इतनी व्यापक विविधता में सच्ची एकजुटता प्रदर्शित करते हैं। प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी ने अपने स्वागत भाषण में टेलीविजन और रेडियो प्रसारकों के सामूहिक हितों को बढ़ावा देने और एशिया प्रशांत क्षेत्र में प्रसारकों के बीच क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में एबीयू द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत वर्ष 2022 को विभिन्न क्षेत्रों में आजादी का अमृत महोत्सव पहल के माध्यम से औपनिवेशिक शासन से आजादी की 75वीं वर्षगांठ के रूप में बड़े गर्व से मना रहा है। यह सम्मेलन मीडिया और संचार के क्षेत्र में देश की उपलब्धियों को साझा करने और दुनिया के सामने भारत की समृद्ध विरासत, विशाल विविधता और प्रगतिशील भारत का प्रदर्शन करने का भी एक शानदार अवसर है। प्रसार भारती, भारत का लोक सेवा प्रसारक है, जो 59वीं एबीयू महासभा 2022 की मेजबानी कर रहा है। इस वर्ष की महासभा का विषय है – “लोगों की सेवा : संकट के समय में मीडिया की भूमिका”।
इस महासभा का उद्घाटन आज नई दिल्ली में सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने किया। इस अवसर पर सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल मुरुगन, सूचना औार प्रसारण सचिव अपूर्व चन्द्रा, एबीयू के अध्यक्ष मसागाकी सटोरू और एबीयू के महासचिव जावद मोट्टागी भी उपस्थित थे। एबीयू (एशिया पैसिफिक ब्रॉडकास्टिंग यूनियन) एशिया और प्रशांत क्षेत्र के प्रसारण संगठनों का एक गैर-लाभकारी, पेशेवर संघ है। चालीस देशों के 50 संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले 300 से अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।