गुरुवार , मार्च 28 2024 | 03:52:07 PM
Breaking News
Home / राज्य / दक्षिण-भारत / नियम व शर्तों के साथ कर्नाटक की जनता को मिलेगा 5 वादों का लाभ : प्रियांक खरगे

नियम व शर्तों के साथ कर्नाटक की जनता को मिलेगा 5 वादों का लाभ : प्रियांक खरगे

Follow us on:

बेंगलुरु. कर्नाटक में जनता को मिलने वाली पांच गारंटियों पर ‘टर्म एंड कंडीशन’ यानी नियम और शर्तें लगा दी गई हैं. दरअसल, कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री (आरडीपीआर) और आईटी/बीटी प्रियांक खरगे ने बताया कि कांग्रेस ने जिन पांच चुनावी वादों को किया था, उसे लागू किया जाएगा. हालांकि, हर योजना के साथ ‘नियम और शर्तें’ हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक ने ये भी कहा कि ऐसी कोई भी योजना नहीं है, जो सभी के लिए फ्री है.

विधानसभा के बाहर कर्नाटक मंत्री ने संवाददाताओं से बात की. उन्होंने बताया कि पांच गारंटियों का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया गया है. हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि इसे जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी लागू किया जाए. खरगे ने आगे बताया कि हर सरकारी योजना फिर उसे राज्य सरकार लाए या केंद्र सरकार, वे सभी कुछ नियम और शर्तों के साथ होती हैं. ऐसी कोई भी योजना नहीं है, जो सबके लिए मुफ्त है. लेकिन हम लोग फिर भी ऐसा करेंगे.

मंत्री प्रियांक ने बताया कि सरकार टैक्स देने वाले लोगों के पैसे का इस्तेमाल कर रही है. इसलिए लोगों के लिए कुछ क्राइटीरिया तय करने के बाद ही पैसे खर्च किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि ये लोगों का पैसा है, ये वो पैसा है, जिसे लोगों ने टैक्स के रूप में दिया है. अगर एक रुपये भी खर्च किया जा रहा है, तो इसकी जानकारी भी लोगों को होनी चाहिए. एक क्राइटीरिया सेट किया जाना चाहिए और फिर पैसा खर्च होना चाहिए.कांग्रेस के चुनावी वादों को पूरा करने पर होने वाले खर्च को लेकर भी कर्नाटक मंत्री ने बात की. उन्होंने बताया कि इस बात में बिल्कुल सच्चाई है कि पांच गारंटियों को लागू करने के बाद हमारे ऊपर वित्तीय भार बढ़ेगा. लेकिन हम ये दिखाएंगे कि कैसे कांग्रेस नामुमकिन समझी जाने वाली चीज को मुमकिन करेगी.

प्रियांक का कहना है कि सभी वादों को ‘नियम और शर्तों’ के साथ लागू किया जाएगा. उन्होंने बताया कि आप लोग मुझे एक भी ऐसी योजना बता दीजिए, फिर वो चाहे केंद्र सरकार की हो या फिर राज्य सरकार की, जो बिना किसी क्राइटीरिया के चलाई जा रही हो. हम लोग नियम और शर्तों को तैयार करेंगे. स्टैंडर्ड की तैयारी की जानी चाहिए. हम लोग कुछ क्राइटीरिया के साथ योजनाओं को लागू करेंगे.

 

साभार : टीवी9 भारतवर्ष

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए जारी की चौथी सूची, घोषित किये तमिलनाडु व पुडुचेरी के लिए नाम

चेन्नई. आगामी लोकसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों की चौथी …