नई दिल्ली. आगामी लोकसभा चुनाव-2024 (Lok Sabha Election 2024) के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिशें बहुत तेज हो गईं हैं. बिहार के सीएम नीतीश कुमार और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के साथ ही दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल इसके लिए अपने मंशा खुलेआम जाहिर भी कर चुके हैं. मगर इन सबके बीच केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी चुप नहीं बैठी है. ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में हार के बाद बीजेपी ने दक्षिण भारत में अपनी चुनावी संभावनाओं को मजबूत करने के लिए आंध्र प्रदेश में अपने पुराने सहयोगी रहे टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू (N Chandrababu Naidu) को फिर से अपने साथ लाने की कवायद तेज कर दी है.
2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर खेमेबंदी की चर्चाओं के बीच टीडीपी के मुखिया एन चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात की. गृह मंत्री के आवास पर हुई इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा भी मौजूद थे. भाजपा और उसके पूर्व में गठबंधन सहयोगी रहे टीडीपी के बीच संभावित गठबंधन की अटकलों के बीच ये बैठक हुई. जहां दोनों नेताओं ने आंध्र प्रदेश में एक साथ आने की संभावना पर चर्चा की. नायडू की पार्टी आंध्र प्रदेश के साथ ही तेलंगाना में भी मुख्य विपक्षी दल है.
भाजपा ने अपने ‘मिशन दक्षिण’ में तेलंगाना पर फोकस बना रखा है
वैसे भी भाजपा के नेताओं ने अपने ‘मिशन दक्षिण’ में तेलंगाना पर फोकस बना रखा है और राज्य में स्थानीय निकाय चुनावों में अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि हालांकि आंध्र प्रदेश के बंटवारे के बाद के विशेष राज्य दर्जे की मांग को लेकर 2018 में बीजेपी से नाता तोड़ने वाले नायडू बीजेपी के साथ चुनावी समझौते के इच्छुक हैं. बीजेपी की राज्य यूनिट के नेताओं का एक धड़ा नायडू के साथ किसी भी गठबंधन का विरोध कर रहा है. क्योंकि पिछले कुछ साल में दोनों दलों के बीच संबंधों में खटास आ गई थी. ये नेता नायडू के 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने और बाद में कांग्रेस के प्रति उनकी गर्मजोशी को लेकर नाराज हैं.
साभार : न्यूज़18
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं