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अशोक गहलोत ने गुस्से में कलेक्टर पर फेंका खराब माइक

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जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इन दिनों जिलों के दौरे कर रहे हैं। शुक्रवार को सीएम ने बाड़मेर में जनसभा को संबोधित करने के साथ ही जन राहत शिविरों का अवलोकन किया और करीब साढ़े नौ बजे महिलाओं के साथ संवाद किया। महिलाओं से संवाद के दौरान माइक खराब हो गया तो सीएम को गुस्सा आ गया । गुस्से में सीएम ने माइक को कलेक्टर की तरफ फेंक दिया ।

फिर कलेक्टर ने माइक उठाया । हालांकि बाद में सीएम को दूसरा माइक दे दिया गया, जिसकों हाथ में पकड़कर सीएम ने महिलाओं से संवाद किया। इस दौरान महिलाओं के पीछे कुछ लोग खड़े थे। इस पर भी सीएम को गुस्सा आ गया । सीएम ने उन लोगों से पूछा, कौन हो तुम। इसके बाद उन्होंने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को आवाज लगाई।

जनता के सामने ये तेवर दिखाने से क्या होगा: गजेंद्र सिंह शेखावत

सीएम की नाराजगी के बाद अधिकारियों ने महिलाओं के पीछे खड़े लोगों को वहां से हटाया। उधर सीएम के माइक फेंके जाने पर भाजपा ने तंज कसा है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सीएम के माइक फेंकने का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, सीएम साहब को गुस्सा आता है। जनता के सामने ये तेवर दिखाने से क्या होगा। कोई समाधान भी तो निकाले। वरना अकारण क्रोध तो सदा नुकसान ही करता है।भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सी.पी.जोशी ने एक बयान में कहा, माइक फेंकने के स्थान पर लोगों के काम करने चाहिए। उन्होंने कहा, भ्रष्ट अफसरों में कानून का भय समाप्त हो गया, क्योंकि राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में दर्ज पांच सौ से ज्यादा मामले ऐसे हैं , जिनमें आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की अभियोजन स्वीकृति अधर में झूल रही है। सिर्फ 13 मामलों में मंजूरी दी दी गई है।

2030 तक राजस्थान को बनाना है देश का प्रथम राज्य: सीएम

गहलोत ने जालौर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, प्रदेशवासियों की सहभागिता से साल, 2030 तक राजस्थान को देश का प्रथम राज्य बनाना हमारा मकसद है। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन योजना से लाखों लाभार्थियों का भविष्य सुरक्षित हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने सीमित संशाधनों में विकास कार्यों में कमी नहीं रख रही है। सीएम ने कहा, महिला सशक्तिकरण में राजस्थान देश में अग्रणी है। महिलाओं को नि:शुल्क मोबाइल वितरित किया जाएगा।

साभार : दैनिक जागरण

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