नई दिल्ली. इसरो चीफ एस सोमनाथ ने हाल ही में अपने जीवन पर एक किताब लिखी है। मलयाली भाषा में लिखी इस किताब में इसरो चीफ ने अपने शुरुआती जीवन से लेकर कई अनुभवों को साझा किया है। लेकिन इस किताब में लिखी गई एक बात ने सबका ध्यान खींचा है। दक्षिण भारत के मीडिया संस्थानों ने दावा किया है कि इस किताब में एस सोमनाथ ने तब के इसरो प्रमुख के सिवन के बारे में बड़ा खुलासा किया है। मीडिया संस्थानों का कहना है कि एस सोमनाथ ने लिखा है कि के सिवन नहीं चाहते थे वह इसरो के अगले चीफ बनें। यही नहीं सोमनाथ ने अपनी किताब में चंद्रयान-2 की असफलता पर भी बात की है।
किताब में ऐसा क्या कि मच गया हंगामा
दक्षिण भारत की मीडिया ने किताब के बारे में बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि तत्कालीन इसरो चीफ के सिवन एस सोमनाथ के इस पद के बीच में बाधा बने थे। वह नहीं चाहते थे कि एस सोमनाथ इसरो के अगले चीफ बनें। वहां की मीडिया का कहना है कि यह बड़ा खुलासा एस सोमनाथ ने अपनी किताब Nilavu Kudicha Simhangal में किया है। हालांकि एस सोमनाथ ने जब न्यूज एजेंसी पीटीआई ने बात की तो उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया। सोमनाथ ने पीटीआई को बताया कि मैंने किसी पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की थी। मेरा निशाना किसी एक व्यक्ति पर नहीं था।
एस सोमनाथ ने बताया पूरा सच
दक्षिण भारत के मीडिया की ओर से किए जा रहे दावे पर खुद एस सोमनाथ ने सच बताया। अपनी किताब में उस बात का जिक्र करते हुए कहा कि जब इंसान किसी ऊंचे पद पर जाने की कोशिश करता है तब कई तरह की दिक्कतें आती हैं। मेरे जीवन में भी कई तरह की चुनौतियां आई थीं। मैंने अपनी किताब में किसी एक व्यक्ति का नाम नहीं लिया है और न ही किसी एक आदमी पर मैंने आरोप लगाए हैं। मैंने बस मुद्दे को उठाया था।
क्यों फेल हुआ चंद्रयान-2, इसरो चीफ से जानिए
एस सोमनाथ ने बातचीत में यह भी बताया कि चंद्रयान-2 क्यों फेल हुआ था? सोमनाथ ने बताया कि चंद्रयान-2 मिशन को जल्दबाजी के चक्कर में फेल हुआ था। उसके लिए जितने टेस्ट किए जाने चाहिए थे, वो नहीं हुए। मीडिया में भी यह दावा किया गया है कि सोमनाथ ने लिखा है कि चंद्रयान-2 के विफल होने पर जो गलतियां हुईं उन्हें छिपाया गया। सोमनाथ ने कहा कि जो जैसा हो रहा है उसे उसी तरह बताना चाहिए।
साभार : नवभारत टाइम्स
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