चंडीगढ़. कैबिनेट मंत्री लालचंद कटारूचक्क के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों से पंजाब सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस पूरे मामले में विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है। राष्ट्रीय एससी आयोग ने भी मान सरकार को नोटिस जारी किया था। इसके एक दिन बाद ही राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को उस वीडियो क्लिप की फॉरेंसिक रिपोर्ट भेज दी, जिसे कांग्रेस विधायक सुखपाल खैरा ने राज्यपाल को उपलब्ध कराया था और कटारूचक्क पर एक नाबालिग के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
अब राज्यपाल के दखल के बाद पंजाब सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सूत्रों के अनुसार, कटारूचक्क के मामले में राष्ट्रीय एससी आयोग द्वारा भेजे नोटिस के जवाब में सरकार फिलहाल यह कहकर पल्ला झाड़ने के मूड में थी कि उसके पास कटारूचक्क के खिलाफ न तो कोई शिकायत पहुंची है और न ही कोई विवादित वीडियो। लेकिन अब सरकार को पूरे मामले में स्थिति स्पष्ट करते हुए एससी आयोग को कार्रवाई रिपोर्ट भेजनी पड़ सकती है।
राज्यपाल ने फॉरेंसिक रिपोर्ट के साथ ही सुखपाल खैरा द्वारा उन्हें दिया गया शिकायती पत्र भी मुख्यमंत्री को भेजा है। सूत्रों के अनुसार फॉरेंसिक रिपोर्ट में कहा गया है कि वीडियो क्लिप बनावटी नहीं है। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को फॉरेंसिक रिपोर्ट और सुखपाल खैरा द्वारा दी गई शिकायत भेजते हुए, इस मामले में आगे कार्रवाई करने को कहा है। गौरतलब है कि खैरा की शिकायत पर राज्यपाल ने पंजाब पुलिस के बजाय चंडीगढ़ के डीजीपी को वीडियो क्लिप की फॉरेंसिक जांच करवाकर दो दिन में रिपोर्ट देने को कहा था।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा-आप का क्रूर चेहरा सामने आया
वहीं रविवार को भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मान सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस मामले से आम आदमी पार्टी का एक और क्रूर चेहरा सामने आया है। पूनावाला ने कहा कि इस सरकार का नैतिक पतन हो चुका है।
साभार : अमर उजाला
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