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पंजाब के 45 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने महाराष्ट्र के राज्यपाल से मुलाकात की

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मुंबई (मा.स.स.). पंजाब के 45 युवाओं के एक समूह ने प्रधानमंत्री द्वारा शुरु की गई पहल ‘युवा संग्राम’ के एक हिस्से के रूप में महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस से मुंबई के राजभवन में परस्पर बातचीत की। राज्यपाल ने छात्रों का स्वागत करते हुए कहा कि महाराष्ट्र और पंजाब ने देश के स्वाधीनता आंदोलन के दौरान अध्यात्मिक और सांस्कृतिक आदन प्रदानों तथा घनिष्ठ सहयोग की एक लंबी परंपरा साझा की है। उन्होंने कहा कि भले ही इन दोनों राज्यों में भौगोलिक रूप से 1500 किमी से भी अधिक की दूरी है, पंजाब और महाराष्ट्र सिस्टर स्टेट हैं।

महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने पंजाब के छात्र प्रतिनिधिमंडल को बताया कि संत नामदेव ने महाराष्ट्र से पंजाब की यात्रा की थी जबकि सिखों के 10वें गुरु, गुरु गोविंद सिंह ने अपने जीवन के कुछ वर्ष महाराष्ट्र के नांदेड़ में बिताए थे। राज्यपाल ने कहा कि महाराष्ट्र और पंजाब ने राष्ट्र को भगत सिंह और राजगुरु जैसे महान योद्धा और क्रांतिकारी दिए हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और पंजाब के कई युवा सशस्त्र बलों में शामिल होकर देश की सेवा करते हैं। राज्यपाल ने पंजाब के छात्रों को आधुनिक शिक्षा और कौशल प्राप्त करने, बुरी आदतों से दूर रहने तथा अपने चुने हुए क्षेत्रों के माध्यम से राष्ट्र की सेवा करने की अपील की।

राज्यपाल ने छात्रों से देश भर में भ्रमण करके, अलग अलग राज्यों के भोजन, भाषा और संस्कृति की विविधता की सराहना करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मोबाइल और लैपटौप के कारण लोग अपने परिवारों से दूर होते जा रहे हैं। उन्होंने युवाओं से देश के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण करने का आग्रह किया जिससे कि संप्रेषण में वृद्धि होगी और वे बहुत कुछ नया सीखेंगे। महाराष्ट्र के दौरे पर आए युवाओं ने राज्यपाल को अपने अनुभवों तथा किस प्रकार उन्होंने राज्य के व्यंजन और संस्कृति को पसंद किया, के बारे में बताया।

पंजाब से महाराष्ट्र के दौरे पर आए युवाओं की यात्रा का समन्वयन आईआईटी, बांबे द्वारा किया जा रहा है। इस ज्ञानवर्द्धक यात्रा का उद्देश्य युवाओं को पर्यटन परंपरा, विकास, प्रौद्योगिकी और लोगों से लोगों के संपर्क के क्षेत्रों में एक व्यापक, बहुआयामी अनुभव प्रदान करना है। इस अवसर पर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा के अध्यक्ष प्रो. टी जी सीताराम, आईआईटी, बांबे के निदेशक सुभाशीष चौधरी, ‘युवा संगम’ के समन्वयक प्रो. मंजेश हनावल, प्रो. सुरेन्द्र नाइक, आईआईटी रजिस्ट्रार गणेश भोरकडे़, एनआईटी जालंधर के संकाय सदस्य भी उपस्थित थे।

महाराष्ट्र के 35 युवक और दादर नागर हवेली, दमन दीव के 10 युवक भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरु की गई पहल ‘युवा संग्राम’ कार्यक्रम के एक हिस्से के रूप में एनआईटी जालंधर का दौरा कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में भारत के 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 1000 युवाओं की सहभागिता की परिकल्पना की गई है।

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