नई दिल्ली. राजधानी में रहने वाले लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। दिल्लीवाले इस बार भी दिवाली पर पटाखे नहीं जला पाएंगे। दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि दिवाली पर दीये के साथ पटाखे जलाने की परंपरा है जिसके चलते दिल्ली में अगले दिन धुएं की चादर घिर जाती है। उसमें जब पराली का धुआं मिलता है तो दिल्ली का प्रदूषण खतरनाक स्तर पर चला जाता है। ऐसे में सभी तरह के पटाखों के जलाने, निर्माण और ऑनलाइन बिक्री पर बैन लगाने का फैसला किया गया है।
दिल्ली में सभी तरह के पटाखे बनाने, बिक्री, भंडारण और इस्तेमाल पर फिर से बैन लगाया गया है।
गोपाल राय, पर्यावरण मंत्री, दिल्ली
उन्होंने आगे कहा कि अभी दिवाली में काफी वक्त है लेकिन यह निर्णय इतनी जल्दी इसलिए लिया गया क्योंकि पटाखों के लिए लाइसेंस जारी किए जाते हैं। अभी से लाइसेंस देने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है इसलिए अभी डायरेक्शन जारी किया जा रहा है जिससे कोई लाइसेंस जारी न हो। मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पिछले साल देखा गया था कि आसपास के राज्यों से लोग पटाखे लाकर दिल्ली में जला रहे थे। उन्होंने पड़ोसी राज्यों से इस बाबत सहयोग की अपील की।
मंत्री ने आज कहा कि दिल्ली के अंदर सर्दियों में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। जनवरी से लेकर अगस्त के महीने तक दिल्ली का औसत AQI काफी कम रहा है। कल दिल्ली में एक्यूआई 45 रिकॉर्ड किया गया। लेकिन धीरे-धीरे अक्टूबर के महीने में सर्दी बढ़ने के साथ दिल्ली के वातावरण में नमी आती है और यहां के पार्टिकल मैटर जमा होने शुरू होते हैं। इसमें दिल्ली के बाहर और दिल्ली के अंदर का पलूशन यहां की हवा को जहरीला बना देते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार ने एक्शन प्लान बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत कल दिल्ली सचिवालय में एक्सपर्ट्स के साथ मीटिंग होगी। 14 तारीख को ऑल डिपार्टमेंट्स के अधिकारियों की बैठक होगी। इसमें विंटर एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा। इसे दिल्ली के सीएम अक्टूबर के पहले हफ्ते में घोषित करेंगे।
साभार : नवभारत टाइम्स
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