नई दिल्ली (मा.स.स.). शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्यों के सर्वोच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों/अध्यक्षों ने प्रधानमंत्री संग्रहालय का दौरा किया। एनएमएमएल के निदेशक संजीव नंदन सहाय ने उनका स्वागत किया। शिष्टमंडल में चीन के सुप्रीम पीपुल्स कोर्ट के उपाध्यक्ष जिंगहोंग गाओ, कजाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के अध्यक्ष असलमबेक मर्गालियेव, किर्गिज गणराज्य के सुप्रीम कोर्ट के अध्यक्ष जमीरबेक बाजारबेकोव, रूसी संघ के सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश व्याचेस्लाव एम. लेबेडेव, ताजिकिस्तान गणराज्य के सुप्रीम कोर्ट के अध्यक्ष शेरमुहम्मद शोहियों और बेलारूस गणराज्य के सुप्रीम कोर्ट के प्रथम उपाध्यक्ष वालेरी कालिंकोविच शामिल थे।
प्रधानमंत्री संग्रहालय स्वतंत्रता के बाद से भारत के प्रत्येक प्रधानमंत्री को एक श्रद्धांजलि है पिछले 75 वर्षों में उनमें से प्रत्येक ने हमारे देश के विकास में कैसे योगदान दिया है, इसका एक वर्णनात्मक रिकॉर्ड है। यह सामूहिक प्रयास का इतिहास है और भारत के लोकतंत्र की सृजनात्मक सफलता का शक्तिशाली प्रमाण है। हमारे प्रधानमंत्री समाज के हर वर्ग और तबके से संबंधित थे, क्योंकि लोकतंत्र के द्वार सभी के लिए समान रूप से खुले थे। यह संग्रहालय हमें इसकी गाथा बताता है कि कैसे हमारे प्रधानमंत्रियों ने विभिन्न चुनौतियों के माध्यम से देश को आगे बढ़ाया और देश की सर्वांगींण प्रगति सुनिश्चित की। इस संग्रहालय में बड़ी संख्या में भारत और विदेशों से आगंतुक आते हैं। इसके उद्घाटन के बाद से बड़ी संख्या में भारतीय और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा इसका दौरा किया गया है।
प्रतिनिधियों को प्रधानमंत्री संग्रहालय का व्यापक मार्गदर्शित दौरा कराया गया। उन्होंने प्रायोगिक क्षेत्र अनुभूति सहित संग्रहालय में विशिष्ट प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। उन्होंने मुख्य कार्यकारियों के नेतृत्व में भारतीय लोकतंत्र की अद्वितीय यात्रा की सराहना की।
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