मुंबई. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे ने बुधवार को अपने जन्मदिन पर मुगल शासक औरंगजेब और लाउडस्पीकर की तस्वीर वाला केक काटा। उन्होंने केक पर औरंगजेब की गर्दन वाली जगह पर चाकू चलाया और लाउडस्पीकर को क्रॉस कर दिया। राज के 55वें जन्मदिन पर उनके समर्थक ये केक लेकर उनके घर पहुंचे थे। महाराष्ट्र में औरंगजेब की तस्वीर को लेकर कुछ दिन पहले हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं।
इसके बाद MNS के समर्थकों ने भी मुंबई में औरंगजेब का पुतला फूंका था। राज ठाकरे औरंगजेब के खिलाफ बोलते आए हैं। वे मस्जिद से लाउडस्पीकर में अजान के खिलाफ आंदोलन भी कर चुके हैं। 8 जून को कोल्हापुर और अहमदनगर में कुछ युवकों ने सोशल मीडिया पर औरंगजेब के समर्थन में पोस्ट किया था। दूसरे दिन कुछ लोगों ने टीपू सुल्तान की तस्वीर के साथ कथित तौर पर आपत्तिजनक ऑडियो संदेश को वॉट्सऐप स्टेटस पर लगाया था। इसके बाद हिन्दू संगठनों ने इसका विरोध करते हुए प्रदर्शन किया था।
प्रदर्शन कर रहे लोगों पर कुछ लोगों ने पत्थरबाजी कर दी, जिसके बाद हिंसा भड़की। फिर दो समुदाय में जमकर पत्थरबाजी हुई थी। कोल्हापुर में तो पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े थे। इसके अलावा धारा 144 लगाई गई थी। साथ ही इंटरनेट सेवाओं को भी कुछ समय के लिए बंद किया गया था। लाठीचार्ज की वजह से कुछ समय के लिए भगदड़ जैसे हालात बन गए थे। इसमें दो लोग जख्मी हुए थे और पचास गाड़ियों और कुछ दुकानों को नुकसान पहुंचा है। पुलिस ने कुल 36 लोगों को गिरफ्तार किया था, इनमें से 2 नाबालिग थे। इन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया था।
फडणवीस ने कहा था- अचानक औरंगजेब की औलादें पैदा हो गई हैं
इस मामले पर महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि औरंगजेब को महिमा मंडित करने वालों को महाराष्ट्र में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जांच करके यह पता लगाया जाएगा कि युवकों के एक वर्ग को कौन उकसा रहा है। फडणवीस ने यह भी कहा था कि सवाल यह उठता है कि अचानक औरंगजेब की इतनी औलादें कहां से पैदा हुईं? फडणवीस के बयान पर AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने जवाब देते हुए कहा था कि- अच्छा आपको पूरी तरह से मालूम है? कौन किसकी औलाद है ये आपको मालूम है। मुझे नहीं मालूम था कि इतने एक्सपर्ट हैं आप। तो फिर ये गोडसे की औलाद कौन हैं, बताइये हमको, ये आप्टे की औलाद कौन हैं, बताइए?
साभार : दैनिक भास्कर
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं