मुंबई. महाराष्ट्र की सियासत में खलबली मच गई है। मुंबई पुलिस ने उद्धव ठाकरे के बेटे और पूर्व कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मुंबई पुलिस ने कहा कि आदित्य ठाकरे ने अपने समर्थकों के साथ लोअर परेल में डेलिस्ले रोड ब्रिज का अवैध रूप से उद्घाटन किया। मुंबई नगर निगम के सड़क विभाग की ओर से शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता आदित्य ठाकरे और अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ एनएम जोशी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है। विभाग की तहरीर पर मुंबई पुलिस ने आदित्य ठाकरे पर आईपीसी की धारा 143,149,326 और 447 के तहत मामला दर्ज किया है।
मुंबई पुलिस के अनुसार, शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे, सुनील शिंदे, सचिन अहीर, पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर, पूर्व मेयर स्नेहल आंबेकर और 15-20 कार्यकर्ताओं के साथ घटनास्थल पर गए और पुल का उद्घाटन किया। आदित्य ठाकरे पर एफआईआर के बाद सियासत गरमा गई है और बयानबाजी शुरू हो गई है। पुलिस ने कहा कि डेलिस्ले रोड पुल यातायात के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं था और पुल को खोलने के लिए मुंबई नगर निगम से कोई अनुमति नहीं थी। बीएमसी अधिकारी ने पुलिस में शिकायत की, जिसके आधार पर पुलिस ने आदित्य ठाकरे और पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया।
आदित्य ठाकरे ने की क्या पोस्ट
वहीं यूबीटी शिवसेना नेता ने बीएमसी की अनुमति के बिना पुल को खोलने के पीछे जनता की पीड़ा का हवाला दिया। आदित्य ठाकरे ने एक्स पर लिखा, ‘जब हम लोगों के उपयोग के लिए पूरे पुल को खोलने के लिए बीएमसी पर इंतजार कर रहे थे, तो लगभग 10 दिन हो गए हैं कि दूसरा पक्ष तैयार हो गया है और इसका उद्घाटन करने के लिए एक वीआईपी का इंतजार कर रहा है। हमने कल रात इसका उद्घाटन किया और आज, बीएमसी ने खोके सरकार के दबाव में इसे फिर से बंद कर दिया है, सरकारी उद्घाटन का इंतजार कर रहा है, केवल मुंबई के नागरिकों को परेशान करने के लिए। संरक्षक मंत्री के अहंकार और सुविधा की प्रतीक्षा करने के बजाय इसे लोगों के लिए क्यों नहीं खोला जा सकता है? उसे खोल दो!’
2018 को बंद किया गया था ब्रिज
डेलिस्ले रोड ब्रिज पश्चिम में लोअर परेल, वर्ली, प्रभादेवी और करी सड़कों और पूर्व में भायखला और अन्य क्षेत्रों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे के असुरक्षित घोषित किए जाने के बाद इसे 24 जुलाई, 2018 को बंद कर दिया गया था। इससे पहले आदित्य ठाकरे ने नवी मुंबई मेट्रो रेल सेवाओं के उद्घाटन में महाराष्ट्र सरकार की देरी पर भी सवाल उठाया था। मेट्रो का उद्घाटन 17 नवंबर को बिना किसी वीआईपी के किया गया है।
नवी मुंबई मेट्रो को लेकर भी उठाया था सवाल
आदित्य ठाकरे ने नवी मुंबई मेट्रो को लेकर कहा था, ‘मेरी एकमात्र मांग थी कि अगर इस संविधान से परे सरकार के मंत्रियों के पास मेट्रो का उद्घाटन करने का समय नहीं है, तो उद्घाटन के बिना लोगों के लिए मेट्रो शुरू करें। वर्तमान शिंदे-भाजपा शासन में पार्टी पहले आती है और जनता सबसे पहले आती है। उनके पास अपनी पार्टी का प्रचार करने का समय है, लेकिन नवी मुंबई मेट्रो का उद्घाटन करने का नहीं।’ आदित्य ठाकरे ने 16 नवंबर को अपने पोस्ट में कहा कि डेलिस्ले रोड ब्रिज उसी तरह से है।
साभार : नवभारत टाइम्स
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