नई दिल्ली. भारत आखिरी बार विश्व कप 2003 में न्यूजीलैंड से किसी भी आईसीसी इवेंट में जीता था। फिलहाल टीम में शामिल सभी खिलाड़ियों का उस समय किसी को अता-पता नहीं था। उसके बाद कई ऐसे मौके आए जब कीवी टीम ने करोड़ों भारतीयों का दिल चकनाचूर किया। यह हव्वा बन गया कि भारतीय टीम न्यूजीलैंड से खौफ खाती है। विश्व कप 2019 के सेमीफाइनल में धोनी का रनआउट और भारत की हार भला कौन भूल सकता है। WTC की ट्रॉफी भी केन विलियमसन की टीम ले उड़ी, लेकिन आज भारत इतिहास पलटने उतरा था और पलट भी दिया। भारत ने मोहम्मद शमी (54/5) की कातिलाना गेंदबाजी के बाद विराट कोहली (95), रोहित (46) और आखिरी समय में रविंद्र जडेजा (नाबाद 39) की जबरदस्त बैटिंग के दम पर न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हरा दिया। न्यूजीलैंड ने डेरिल मिचेल के शतक के दम पर 273 रनों का स्कोर खड़ा किया था। भारत ने 48 ओवरों में 6 विकेट खोकर 174 रन बनाते हुए जीत हासिल की।विश्व कप 2023 में भारत की यह लगातार 5वीं जीत है और वह 10 अंकों के साथ अब पॉइंट्स टेबल में टॉप पर पहुंच गया है। इसके साथ ही भारत सेमीफाइनल के लिए क्वॉलिफाइ करने के और भी करीब पहुंच गया है।
रोहित-गिल ने दिया भारत को जोरदार आगाज
धर्मशाला में यह हासिल किया गया सबसे बड़ा लक्ष्य है। न्यूजीलैंड के 274 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने दमदार आगाज किया। कप्तान रोहित शर्मा ने दूसरी गेंद पर ट्रेंट बोल्ट को झन्नाटेदार चौका जड़ते हुए टीम का खाता खोला तो अगले ही ओवर में मैट हेनरी को लगातार दो गेंदों में छक्का और चौका जड़ते हुए बता दिया कि इस बार इतिहास पलटने वाला है। इसके साथ ही रोहित ने इस 2023 कैलेंडर इयर में छक्कों का अर्धशतक पूरा किया। उनके निशाने पर अब एबी डिविलियर्स के 58 छक्के का रिकॉर्ड है। 7वें ओवर में बोल्ट को लगातार 2 चौके जड़ते हुए गिल ने भी तेवर दिखाए। देखते ही देखते 8वें ओवर में भारत के 50 रन पूरे हुए।
लॉकी फर्ग्यूसन ने दोनों ओपनर्स को किया चलता
रोहित कमाल के फॉर्म में दिख रहे थे। ऐसा लग रहा था कि उनके बल्ले से एक और शतक आएगा, लेकिन वह 12वें ओवर में लॉकी फर्ग्यूसन की गेंद को स्टंप्स में मार बैठे। उन्होंने 40 गेंदों में 4 चौके और 4 छक्के के दम पर 46 रन की पारी खेली। इसके बाद 14वें ओवर में फर्ग्यूसन ने दूसरे ओपनर शुभमन गिल को भी आउट किया। उन्होंने 31 गेंदों में 5 चौके की मदद से 26 रन बनाए। उनका कैच डेरिल मिचेल ने लपका। इस दौरान गिल सबसे तेज 2000 वनडे रन (38वीं पारी) पूरा करने वाले बल्लेबाज बने। उन्होंने हाशिम अमला (40 पारी) का रिकॉर्ड तोड़ा। इसके बाद श्रेयस अय्यर और विराट कोहली की नई जोड़ी मैदान पर आई।
कोहरे ने रोका मैच, श्रेयस अय्यर को बोल्ट ने किया आउट
भारत ने 15.4 ओवर में जब दो विकेट पर 100 रन बना लिए थे तब मैदान पर अचानक घना कोहरा छा गया और अंपायरों को मैच रोकने को बाध्य होना पड़ा। लगभग 15 मिनट के बाद हालांकि कोहरा हटने के बाद खेल दोबारा शुरू हो गया। हालांकि, यहां श्रेयस अय्यर के रूप में बड़ा झटका लगा। वह बड़ी हिट लगाने के चक्कर में डेवोन कॉन्वे के हाथों लपके गए। उनका विकेट बोल्ट के नाम रहा। अय्यर ने 29 गेंदों में 6 चौके के दम पर 33 रन की पारी खेली। इसके बाद केएल राहुल (27) सेंटनर की गेंद पर LBW हो गए। दूसरी ओर, विराट कोहली ने 60 गेंदों में हाफ सेंचुरी पूरी की।
कोहली शतक चूके, नहीं कर सके सचिन के 49 शतकों की बराबरी
पिछले मैच में गजब का शतक जड़ने वाले कोहली एक बार फिर उसी तरह की पारी खेल रहे थे। भारत को जीत के लिए 5 रनों की जरूरत थी और कोहली को शतक पूरा करने के लिए 5 रन ही चाहिए थे। ड्रेसिंग रूम में हर कोई जश्न के लिए तैयार था तभी कोहली हवा में शॉट खेल बैठे और शतक से 5 रनों से दूर रह गए। मैट हेनरी की गेंद पर ग्लेन फिलिप्स ने कैच लपका और कोहली सचिन तेंदुलकर के 49 शतकों की बराबरी करने से चूक गए। उन्होंने 104 गेंदों में 8 चौके और 2 छक्के जड़े। दूसरी ओर, रविंद्र जडेजा ने 44 गेंदों में 3 चौके और एक छक्का के दम पर नाबाद 39 रन बनाए।
न्यूजीलैंड की पारी का रोमांच, डेरिल मिचेल का शतक तो शमी का पंजा
डेरिल मिचेल के शतक और रचिन रविंद्र के साथ उनकी बड़ी शतकीय साझेदारी के बावजूद भारत ने मोहम्मद शमी के 5 विकेट की बदौलत न्यूजीलैंड को 273 रन पर समेट दिया। मिचेल ने 127 गेंद में 5 छक्के और 9 चौके की मदद से 130 रन की पारी खेलने के अलावा रविंद्र (75 रन, 87 गेंद, छह चौके, एक छक्का) के साथ तीसरे विकेट के लिए 159 रन जोड़े, जो इस मैदान पर किसी भी विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है। इन दोनों ही बल्लेबाजों को भारतीय फील्डरों ने जीवनदान भी दिया। भारत के लिए शमी सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 54 रन देकर करियर में तीसरी बार 5 विकेट चटकाए। बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव महंगे साबित हुए। उन्होंने 73 रन देकर दो विकेट हासिल किए। मोहम्मद सिराज (45 रन पर एक विकेट) और जसप्रीत बुमराह (45 रन पर एक विकेट) ने किफायती गेंदबाजी करते हुए एक-एक विकेट अपने नाम किया। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज पूरे टूर्नामेंट के दौरान पहली बार दबाव में दिखे। टीम अंतिम 13 ओवर में भारत की सटीक गेंदबाजी के सामने 68 रन ही बना सकी।
पहली बार न्यूजीलैंड दिखा दबाव में
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर न्यूजीलैंड को पहले बल्लेबाजी का निमंत्रण दिया, जिसके बाद गेंदबाजों ने 9वें ओवर में 19 रन तक ही दोनों सलामी बल्लेबाजों डेवोन कॉन्वे (0) और विल यंग (17) को पवेलियन भेज दिया। कॉन्वे जसप्रीत बुमराह का पारी का पहला ओवर मेडन खेलने के बाद मोहम्मद सिराज की गेंद को फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर श्रेयस अय्यर के हाथों में खेल गए। यंग ने दूसरे ओवर में सिराज पर चौके के साथ अपना और टीम का खाता खोला। उन्होंने बुमराह पर भी दो चौके जड़े लेकिन मोहम्मद शमी की गेंद को विकेटों पर खेल बैठे।
रचिन रविंद्र और डेरिल मिचेल ने संभाली पारी
रचिन रविंद्र और डेरिल मिचेल ने इसके बाद पारी को संभाला। दोनों ने रन गति में इजाफा किया। रविंद्र ने शमी पर दो चौके मारे लेकिन 12 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब इस तेज गेंदबाज की गेंद पर रविंद्र जडेजा ने पॉइंट पर उनका कैच टपका दिया। मिचेल ने 13वें ओवर में शमी पर चौके के साथ टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया। रविंद्र और मिचेल दोनों ने 19वें ओवर में कुलदीप यादव पर छक्के जड़े। मिचेल ने कुलदीप के अगले ओवर में भी लंबा छक्का लगाया जो प्रेस बॉक्स की छत पर जाकर लगा। टीम के रनों का शतक 21वें ओवर में पूरा हुआ। रविंद्र ने कुलदीप की गेंद पर एक रन के साथ 56 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जबकि मिचेल ने सिराज पर एक रन के साथ 60 गेंद में 50 रन के आंकड़े को छुआ।
DRS ने रविंद्र को दिया जीवनदान तो बुमराह ने टपकाया मिचेल का कैच
सिराज ने 61 रन के स्कोर पर रविंद्र को पगबाधा किया लेकिन डीआरएस का सहारा लेने पर फैसला बल्लेबाज के पक्ष में गया क्योंकि गेंद लेग साइड के बाहर पिच हुई थी। मिचेल को भी 69 रन के स्कोर पर जीवनदान मिला जब कुलदीप की गेंद पर लांग ऑफ पर बुमराह ने उनका आसान कैच टपका दिया और गेंद चार रन के लिए चली गई। रविंद्र हालांकि अगले ओवर में शमी की गेंद पर लॉन्ग ऑन पर शुभमन गिल को कैच दे बैठे जिससे बड़ी शतकीय साझेदारी का अंत हुआ। उन्होंने 87 गेंद की अपनी पारी में छह चौके और एक छक्का मारा।
फिर यूं गिरे धड़ाधड़ विकेट
न्यूजीलैंड के रनों का दोहरा शतक 37वें ओवर में पूरा हुआ लेकिन कुलदीप ने इसी ओवर में कप्तान टॉम लैथम (05) को पगबाधा करके भारत को चौथी सफलता दिलाई। मिचेल ने बुमराह की गेंद पर एक रन के साथ 100 गेंद अपना 5वां शतक पूरा किया। ग्लेन फिलिप्स ने 44वें ओवर में सिराज पर छक्के के साथ 40 गेंद के बाउंड्री के सूखे को खत्म किया लेकिन कुलदीप के अगले ओवर में गेंद को हवा में लहराकर रोहित को आसान कैच दे बैठे। उन्होंने 23 रन बनाए। मार्क चैपमैन (06) भी बुमराह की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में बाउंड्री पर कोहली को कैच दे बैठे जबकि शमी ने सटीक यॉर्कर पर मिचेल सेंटनर (01) का ऑफ स्टंप उखाड़ने के बाद अगली गेंद पर मैट हेनरी (0) का लेग स्टंप उखाड़ा। मिचेल ने अंतिम ओवर में शमी की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका मारा लेकिन फिर कोहली को कैच दे बैठे। पारी की अंतिम गेंद पर लॉकी फर्ग्यूसन (01) रन आउट हुए।
साभार : नवभारत टाइम्स
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