लखनऊ. केरल में हुए बम धमाकों के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने सभी जिलों को सतर्क रहने का आदेश दिया. UPATS को भी अलर्ट किया गया. ATS की टीमें बीते दिनों में मिले Input को फिर खंगालने में लग गई है. इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध से जुड़े हर कार्यक्रम पर नजर रखी जाएगी. कार्यक्रम के दौरान मौजूद लोगों के साथ-साथ वर्चुअली जुड़ने वालों की भी पूरी जानकारी जुटाई जाएगी. केरल में तीन दिवसीय आयोजन के दौरान हमास लीडर ने ऑनलाइन जुड़कर कार्यक्रम को संबोधित किया था.
इन जिलों में खास सतर्कता
कानपुर,मेरठ, वाराणसी, अलीगढ़,लखनऊ, हापुड़ (Hapur) बागपत, बरेली, रामपुर (Rampur) आगरा (Agra) समेत कई जिलों में विशेष निगरानी रखने के आदेश दिए गए हैं. ये जिले पूर्व में विभिन्न वजहों से सांप्रदायिक तनाव की चपेट में रहे हैं. केरल के एर्नाकुलम में ईसाई समुदाय की प्रार्थना सभा के दौरान हुए विस्फोट ने कई सवाल उठाए हैं. हाल में हमास के नेता ने फिलिस्तीन के समर्थन में एक रैली में वर्चुअल माध्यम से लोगों के बीच भाषण दिया था. इस वारदात के बाद NIA और NSG समेत कई संगठन मौके पर पहुंचकर जांच कर रहे हैं.
राज्य में फिलिस्तीनियों के समर्थन में कई जगह प्रदर्शन भी किए जा चुके हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस अधिकारियों को प्रदेश में हो रहे ऐसे प्रदर्शनों पर लगाम लगाने और भारत सरकार की नीति के विरूद्ध बोलने वालों पर कड़े एक्शन लेने का आदेश दिए थे. इसके बाद से ही यूपी पुलिस खास ऐहतियात बरत रही है.
विशेष पुलिस महानिदेशक के मुताबिक केरल धमाके के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. उत्तर प्रदेश पुलिस केरल पुलिस और खुफिया एजेंसियों के संपर्क में है. यूपी में केरल के कट्टरपंथी संगठनों से जुड़े लोगों की पहचान की जा रही है. राज्य में लगातार पीएफआई (PFI) पर योगी सरकार कार्रवाई कर रही है. वहीं, सीएफआई, वहदत ए इस्लामिक आदि संगठनों से जुड़े लोग जांच एजेंसी के निशाने पर पहले से ही हैं. एनआईए (NIA) ने हाल ही में लखनऊ, भदोही, संतकबीरनगर, बलिया समेत उत्तर प्रदेश के 7 जिलों में संगठनों से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी.
साभार : जी न्यूज़
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