लखनऊ. अयोध्या राम जन्मभूमि आंदोलन में कारसेवकों को अराजक तत्व बताने और अमन व शांति के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव द्वारा कारसेवकों पर गोलियां चलाने को लेकर सपा नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने इस बयान को लेकर अखिलेश यादव पर सीधे तौर पर निशाना साधा है. डिप्टी सीएम ने कहा कि अखिलेश यादव के इशारे पर ही स्क्रिप्टेड बयान उनकी पार्टी के नेता दे रहे हैं. नेता उनका लिखा हुआ रट्टू तोते की तरह बोलते हैं.
उन्होंने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो रहा है. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. स्वतंत्र भारत के इतिहास में 1949 से राम मंदिर के लिए आंदोलन शुरू हो गया था. रामलला ताले में बंद थे. उनको बाहर निकालने के लिए तमाम अवसर आए थे, लेकिन दूसरे राजनीतिक दलों ने इसका विरोध किया है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों को तवज्जों नहीं देने की भी मीडिया से अपील की है.
इमरान मसूद के बयान पर क्या बोले डिप्टी सीएम
वहीं कांग्रेस नेता इमरान मसूद के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा है कि इस देश में रहने वाले हिंदू, मुस्लिम, सिख और इसाई भगवान राम सबके हैं. हिंदू उन्हें देवता के रूप में पूजते हैं, जबकि जो भगवान प्रभु श्री राम को देवता नहीं मानते हैं वह उनके वह पूर्वज हैं, इसलिए श्री राम जन्मभूमि के लोकार्पण और प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव का हिस्सा देश और प्रदेशवासियों को होना चाहिए. मालूम हो कि इमरान मसूद ने कहा था कि राम मंदिर के लोकार्पण और प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण कौन दे रहा है? भगवान के घर जाने के लिए किसी निमंत्रण की जरूरत नहीं होती है.
जबकि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि भगवान प्रभु श्री राम का मंदिर राष्ट्र का मंदिर है. वह राष्ट्रीय एकता के प्रतीक का मंदिर है. उन्होंने कहा है कि विश्व में बने दूसरे किसी भी धार्मिक स्थलों से ज्यादा लोगों का योगदान अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर में है. राम मंदिर के निर्माण में लोगों ने अलग-अलग तरह से अपना योगदान दिया है. किसी ने कार सेवा की है कोई जेल गया, कोई मंत्रों का जाप कर रहा है.
डिप्टी सीएम ने कहा है कि किसी भी राजनीतिक दल के सांसदों विधायकों या मंत्रियों के बयानों को कतई तूल नहीं देना चाहिए, क्योंकि भगवान राम सबके थे सबके हैं और सबके रहेंगे. अयोध्या में बन रहा भव्य राम मंदिर बीजेपी का मंदिर नहीं है, बल्कि हर राम भक्त हर राष्ट्रभक्त का मंदिर है.
साभार : न्यूज़18
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