लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को प्रयागराज दौरे पर करीब 5500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दिए. इस दौरान 16 परियोजनाओं का शुभारंभ किया और कुंभ कलश की स्थापना भी किया. इस दौरान पीएम ने उद्घोषण में कहा कि यह केवल तीन नदियों का संगम नहीं है, बल्कि यहां सूर्य मकर में प्रवेश करते ही सभी तीर्थ, ऋषि-महर्षि एकत्र हो जाते हैं. प्रयागराज का यह स्थान पुराणों और वेदों में अत्यधिक महत्वपूर्ण है. महाकुंभ हमारे देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक यात्रा का जीवंत प्रतीक है, जो धर्म, ज्ञान, भक्ति और कला का समागम है. यह आयोजन न केवल बाहरी व्यवस्था, बल्कि मनुष्य की चेतना को जागृत करता है, जो उसे संगम के तट तक खींच लाती है. जो व्यक्ति प्रयागराज ने स्नान करता है. वह हर पाप से मुक्त हो जाता है.
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी उनके साथ रहीं. संगम नोज पर पहुंचने से पहले पीएम मोदी ने प्रमुख साधु-संतों का आशीर्वाद लिया और उनके साथ संवाद भी किया.
निषादराज क्रूज से संगम नोज पहुंचे पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निषादराज क्रूज पर सवार होकर संगम तट पर पहुंचे. किला घाट पर फ्लोटिंग जेटी से होते हुए क्रूज का आनंद लिया. सफेद कुर्ता-पजामा और नीले रंग की जैकेट पहने पीएम मोदी यमुना की लहरों का अवलोकन करते नजर आए. संगम नोज पर पहुंचकर उनका भव्य स्वागत किया गया.
संगम पर पूजन और त्रिवेणी आरती
संगम नोज पर बने विशेष पंडाल में तीर्थ पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पूजा-अर्चना संपन्न कराई. पीएम मोदी ने त्रिवेणी का जल और दुग्धाभिषेक किया. मुख्यमंत्री योगी और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी उनके साथ पूजन किया. आरती के बाद पीएम ने संगम तट पर विशेष रूप से बनाए गए प्रांगण में फोटोग्राफी भी करवाई.
अक्षय वट पर शीश नवाया
संगम अभिषेक के बाद पीएम मोदी अक्षय वट पहुंचे, जिसे तीर्थराज प्रयागराज का हृदयस्थल माना जाता है. पीएम ने यहां पूजन-अर्चन और परिक्रमा कर महाकुंभ के सफल आयोजन की कामना की. अक्षय वट को भारत की सनातन परंपरा और आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक माना जाता है.
अक्षय वट सनातन परंपरा का प्रतीक
पुराणों के अनुसार, अक्षय वट सृष्टि निर्माता ब्रह्मा, पालनकर्ता विष्णु और संहारकर्ता शिव का निवास स्थान है. इसे कल्पवृक्ष का अंश भी माना गया है. पीएम मोदी ने यहां दीप अर्पित करते हुए देश के समृद्ध भविष्य की कामना की. महाकुंभ-2025 के दौरान अक्षय वट दर्शन के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. पीएम मोदी ने कॉरिडोर के कार्यों का निरीक्षण भी किया और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हो रहे प्रयासों की सराहना की. प्रधानमंत्री के इस दौरे के दौरान यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह भी उपस्थित रहे.
साभार : जी न्यूज
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