कानपुर. अवैध निर्माण को ध्वस्त करने में कोई बुराई नहीं है. लेकिन यदि यह निर्माण 5 दशकों पुराना हो तो व्यवस्था पर सवाल उठना भी लाजमी है. उत्तर प्रदेश के कानपुर में बाबूपुरवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बस अड्डे के पास गरीबों के घरों पर बुलडोजर चला दिया गया. स्थानीय लोगों ने मातृभूमि समाचार के प्रतिनिधि संजय सक्सेना को बताया कि उनमें से कई यहाँ पर पिछले 50 वर्षों से रह रहे हैं. कुछ लोगों का जन्म यहीं हुआ, तो कुछ ने अपनी अंतिम सांस यहीं ली. लेकिन अब उनके सपनों के घर को बुलडोजर से तोड़ा जा रहा है. लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन उनके लिए रहने की दूसरी व्यवस्था नहीं करता, तो वो कहाँ जाएंगे. ऐसे में जब गर्मी के कारण कुछ घंटे भी खुले आसमान के नीचे रुक पाना मुश्किल हो रहा है, फिर बिना घरों के हम कैसे जिन्दा रहेंगे.
