लखनऊ. अयोध्या स्थित नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब उनके दर्शन की होड़ लगी है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्रियों और काबीना मंत्रियों के दर्शन का प्लान शेयर किया है. बताया गया कि 1 फरवरी को उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मय कैबिनेट रामलला के दर्शन करेंगे. वहीं 2 फरवरी को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पूरी कैबिनेट के साथ रामलला के दर्शन करेंगे.
बता दें अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा की गयी रामलला की मूर्ति को ‘बालक राम’ के नाम से जाना जाएगा. इस विग्रह का नाम ‘बालक राम’ इसलिए रखा गया है क्योंकि भगवान पांच वर्ष के बच्चे के रूप में खड़ी मुद्रा में स्थापित किए गए हैं. प्राण प्रतिष्ठा समारोह से जुड़े एक पुजारी अरुण दीक्षित ने बताया कि ‘‘भगवान राम की मूर्ति, जिसका अभिषेक 22 जनवरी को किया गया था, का नाम ‘बालक राम’ रखा गया है. भगवान राम की मूर्ति का नाम ‘बालक राम’ रखने का कारण यह है कि वह एक बच्चे की तरह दिखते हैं, जिनकी उम्र पांच साल है.”
‘पहली बार जब मैंने मूर्ति देखी, तो मैं ….’
उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार जब मैंने मूर्ति देखी, तो मैं रोमांचित हो गया और मेरे आंखों से आंसू बहने लगे. उस समय मुझे जो अनुभूति हुई, उसे मैं बयां नहीं कर सकता.’’ लगभग 50-60 प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान करा चुके काशी के पुजारी दीक्षित ने कहा, ‘‘अब तक किए गए सभी प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठानों में से, यह मेरे लिए सबसे ‘अलौकिक ‘ और ‘सर्वोच्च’ है.’’ उन्होंने कहा कि उन्हें मूर्ति की पहली झलक 18 जनवरी को मिली थी. मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में एक भव्य समारोह में की गई. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह एक नए युग के आगमन का प्रतीक है.
साभार : एबीपी न्यूज़
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