ब्राजीलिया. ब्राजील की शीर्ष अदालत के एक न्यायाधीश ने शुक्रवार (स्थानीय समयानुसार) को एलन मस्क की सोशल मीडिया कंपनी एक्स पर देश में रोक लगाने का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश तब आया है, जब एलन मस्क ने ब्राजील में कानूनी प्रतिनिधि का नाम बताने से इन्कार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के जज एलेक्जेंड्रे डी मोरेस ने बुधवार रात मस्क को चेतावनी दी थी कि यदि एक्स ब्राजील में एक प्रतिनिधि को नामित करने के उनके आदेश का पालन करने में विफल रहे, तो देश में एक्स को बैन कर दिया जाएगा। ऐसा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 24 घंटे की समय सीमा निर्धारित की थी। इस महीने की शुरुआत से कंपनी का देश में कोई प्रतिनिधि नहीं है। आदेश की अवहेलना पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रवैया अख्तियार करते हुए एक्स पर देश में बैन लगा दिया।
अपने आदेश में, जज एलेक्जेंड्रे डी मोरेस डी मोरेस ने इंटरनेट सेवा प्रदाताओं और एप स्टोरों को एक्स तक पहुंच को अवरुद्ध करने के लिए पांच दिन का समय दिया। कहा कि जब तक यह उनके आदेशों का अनुपालन नहीं करता, तब तक प्लेटफॉर्म बैन रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग या कंपनियां एक्स तक पहुंचने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क या वीपीएन का उपयोग करते हैं, उन पर 50,000 रियास ($8,900) का दैनिक जुर्माना लगाया जाएगा।
यह है मामला
गौरतलब है, मस्क के खिलाफ न्याय में बाधा डालने, आपराधिक संगठन और अपराध के लिए उकसाने के आरोपों को लेकर जांच चल रही है। इस साल की शुरुआत में जज एलेक्जेंड्रे डी मोरेस ने एक्स के कुछ अकाउंट को गलत सूचना और नफरत भरे संदेश फैलाने के आरोप में ब्लॉक करने का आदेश दिया था। इसमें ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सनारो के समर्थकों से संबंधित कुछ खाते भी शामिल थे।
मस्क का फूटा था गुस्सा
हालांकि, एलन मस्क की कंपनी एक्स ने हाल ही में ब्राजील में अपना संचालन तुरंत बंद करने की घोषणा की थी। कंपनी का कहना था कि यह कदम उसके कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए उठाया गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने आरोप लगाया था कि एक ब्राजीलियाई जज ने उसके एक कानूनी प्रतिनिधि को मंच से कुछ सामग्री हटाने के कानूनी आदेशों का पालन नहीं करने पर जेल भेजने की धमकी दी थी। हालांकि, कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया है कि एक्स की सेवाएं देश में जारी रहेंगी।
एक्स ने एक बयान में कहा था, ‘एलेक्जेंड्रे डी मोरेस ने धमकी दी कि अगर हम ब्राजील में हमारे कानूनी प्रतिनिधि को दिए गए सेंसरशिप आदेशों का पालन नहीं करते हैं, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हम उनके कृत्यों को उजागर करने के लिए यहां साझा कर रहे हैं।’ कंपनी ने आगे कहा था कि मोरेस ने कानून या उचित प्रक्रिया का पालन करने के बजाय ब्राजील में उनके कर्मचारियों को डराने का विकल्प चुना। इसलिए, अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए, उन्होंने ब्राजील में अपना संचालन तुरंत बंद करने का फैसला किया है।
साभार : अमर उजाला
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