केन्या नौसेना के कमांडर मेजर जनरल पॉल ओवूओर ओटीएनो ने चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ 30 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 तक भारत की अपनी आधिकारिक यात्रा के तहत दक्षिणी नौसेना कमान (एसएनसी), कोच्चि का दौरा किया।
यात्रा के दौरान, केन्या नौसेना के कमांडर ने दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल वी श्रीनिवास के साथ बातचीत की और दोनों नौसेनाओं के बीच प्रशिक्षण भागीदारी और समुद्री सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की। दौरे पर आए प्रतिनिधिमंडल को भारतीय नौसेना के पेशेवर और परिचालन प्रशिक्षण ढांचे का संक्षिप्त अवलोकन प्रस्तुत किया गया। विचार-विमर्श में, मेजर जनरल ओटीएनो ने भारतीय नौसेना की पहली पहल हिंद महासागर जहाज – सागर (आईओएस सागर) की सराहना की, जिसमें केन्या सहित नौ आईओआर देशों के कर्मियों को संयुक्त रूप से चालक दल का सदस्य बनाया गया है, जो क्षेत्रीय समुद्री तालमेल की दिशा में एक अनूठा कदम है। उन्होंने प्रशिक्षण आदान-प्रदान और सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को अपनाकर क्षेत्रीय सहयोग, क्षमता वृद्धि और अंतर-संचालन क्षमता को मज़बूत करने के महत्व पर ज़ोर दिया। मोम्बासा में प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन (1टीएस) की हाल ही में की गई लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती को भी द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया गया।
केन्याई प्रतिनिधिमंडल ने एसएनसी के विभिन्न प्रशिक्षण स्कूलों का दौरा किया और उन्नत सिमुलेटरों तथा अत्याधुनिक प्रशिक्षण अवसंरचना का प्रदर्शन देखा। मुख्यालय समुद्री प्रशिक्षण में परिचालन समुद्री प्रशिक्षण और गहन प्रशिक्षण सहयोग के अवसरों पर चर्चा केन्द्रित रही। फास्ट अटैक क्राफ्ट, आईएनएस काबरा का भी दौरा किया गया। नौसेना अस्पताल आईएनएचएस संजीवनी में, प्रतिनिधिमंडल को उपलब्ध बहु-विशिष्ट चिकित्सा सुविधाओं की विस्तृत श्रृंखला के बारे में जानकारी दी गई।
भारतीय नौसेना 1990 से प्रशिक्षण प्रयासों के माध्यम से केन्या नौसेना के साथ समुद्री उत्कृष्टता को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रही है। केन्या नौसेना के कमांडर की एसएनसी यात्रा बढ़ती समुद्री साझेदारी को रेखांकित करती है और समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ाने के लिए दोनों नौसेनाओं की साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है।
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