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एक्स्ट्रामार्क्स अब नासिक के स्कूलों में लेकर आया एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस

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एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस के साथ, एक्स्ट्रामार्क्स पहली एजुकेशन कंपनी है जिसने स्कूल सिस्टम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सही मायनों में जोड़ा है।
एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस भारत की पहली क्लासरूम-रेडी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है, जो पढ़ाने और सीखने के तरीके को बदलने जा रही है।
नासिक के स्कूलों के छात्र और शिक्षक अब एआई की मदद से बेहतर लेसन प्लानिंग, असेसमेंट और पेर्सनलिज़्ड लर्निंग का फायदा उठा पाएंगे।

नासिक, अक्टूबर 2025 – भारत की अग्रणी एजु-टेक कंपनियों में से एक, एक्स्ट्रामार्क्स एजुकेशन ने आज नासिक में एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस की शुरुआत की घोषणा की। यह एक ऐसा नया इनोवेशन है, जिसका उद्देश्य शिक्षकों को सक्षम बनाना, छात्रों की भागीदारी बढ़ाना और कक्षाओं को स्मार्ट व सहयोगी लर्निंग वातावरण में बदलना है।

एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस के साथ, एक्स्ट्रामार्क्स पहली ऐसी एजुकेशन कंपनी बन गई है जिसने स्कूल सिस्टम के हर हिस्से में एआई को सही मायनों में शामिल किया है, जिसमें लेसन प्लानिंग और क्लासरूम टीचिंग से लेकर परीक्षाओं और आफ्टर-स्कूल लर्निंग तक शामिल है।

इस अवसर पर ‘एआई फॉर एजुकेटर्स: एम्पॉवरिंग टीचर्स विथ टेक्नोलॉजी’ विषय पर एक उच्च-स्तरीय पैनल चर्चा आयोजित की गई। इसमें डीपीएस नासिक की प्रिंसिपल श्रीमती शिल्पा अहिराय, जेएमसीटी इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. चित्रा ललवानी, पोदार इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती भाविशा हिरानी, मोल्ड गोल्ड प्री स्कूल की फाउंडर डायरेक्टर श्रीमती विनया पवन भालेराव, बार्न्स स्कूल एंड जूनियर कॉलेज की असिस्टेंट कोऑर्डिनेटर श्रीमती शार्लेट थोपिल और एक्स्ट्रामार्क्स एजुकेशन के पुणे और कोल्हापुर बिजनेस यूनिट हेड श्री दर्शन कमालिया ने अपने विचार साझा किए।

डीपीएस नासिक की प्रिंसिपल श्रीमती शिल्पा अहिराय ने कहा, “एआई को सबसे पहले लीडर्स द्वारा स्वीकार किए जाने की जरूरत है, क्योंकि इसे माता-पिता, छात्र और शिक्षक पहले ही स्वीकार कर चुके हैं। लीडर्स के मन में अभी थोड़ी झिझक है, इसलिए वे चाहें तो शुरुआत छोटे-छोटे कदमों या बुनियादी स्किल्स से कर सकते हैं।”

पिछले 17 वर्षों से एक्स्ट्रामार्क्स 21,000 से अधिक स्कूलों का विश्वसनीय साझेदार रहा है और इसने दुनिया भर में 1 करोड़ से अधिक छात्रों की शैक्षणिक यात्रा पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस इसी विश्वास और अनुभव पर आधारित है, जो वैज्ञानिक रूप से तैयार की गई पढ़ाई की पद्धति, अवार्ड-विनिंग कंटेंट और आधुनिक एआई तकनीक को एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर सहज रूप से जोड़ता है।

एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस की मुख्य विशेषताएँ

एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस एआई आधारित एक क्रांतिकारी सुविधा है, जो शिक्षकों को पढ़ाई की योजना बनाने, असेसमेंट करने और पर्सनलाइज्ड लर्निंग में मदद करती है, साथ ही हर कक्षा से जुड़े फैसले के केंद्र में शिक्षकों को बनाए रखती है। यह नेशनल एजुकेशन पॉलिसी से जुड़ी समृद्ध कंटेंट लाइब्रेरी पर आधारित है, जिसे लगातार अपडेट किया जाता है ताकि यह नए पाठ्यक्रम और टीचिंग ट्रेंड्स से मेल खाए। साथ ही, इसमें शिक्षकों और छात्रों से मिले लगातार फीडबैक को शामिल किया जाता है, जिससे यह न केवल भरोसेमंद बनता है बल्कि कक्षा की वास्तविक ज़रूरतों से गहराई से जुड़ा रहता है।
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यह क्यों महत्वपूर्ण है

1. टीचर असिस्टेंट जो हर शिक्षक की अपनी शैली से मेल खाता है

a. टीचिंग डेक जेनरेटर: किसी भी विषय पर पूरा टीचिंग डेक कुछ ही सेकंड में तैयार कर सकता है। इससे समय और मेहनत बचती है, और शिक्षक अपनी शैली के अनुसार उदाहरण जोड़कर क्लास को और असरदार बना सकते हैं।

b. क्लासरूम एक्टिविटी जेनरेटर: विषय और छात्रों के स्तर के अनुसार तुरंत ही क्लासरूम गतिविधियाँ तैयार करता है। बस एक छोटा-सा निर्देश टाइप करें और टीचर असिस्टेंट, प्रैक्टिकल एक्सरसाइज़ सुझा देगा। इससे तैयारी का समय घटेगा और पढ़ाई ज्यादा रोचक बनेगी।

c. टुगेदर मोड: हर लेसन को एक साझा अनुभव में बदल देता है। इसमें इंटरएक्टिव गेम्स के ज़रिए छात्रों को बारी-बारी से शामिल किया जाता है। एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस क्लास को हमेशा जीवंत, सहयोगी और पूरी तरह से जुड़ा हुआ बनाए रखता है।

2. असेसमेंट्स जो स्मार्ट, तेज़ और चीट-प्रूफ हैं

a. पावर क्वेश्चन्स: हर छात्र के लिए एक ही कॉन्सेप्ट पर अलग और यूनिक प्रश्न तैयार करता है। एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस से चीटिंग की संभावना कम होती है और मूल्यांकन ज्यादा निष्पक्ष और सुरक्षित बनता है।

b. ऑब्जेक्टिव से सब्जेक्टिव कन्वर्ज़न: एमसीक्यू को एक क्लिक में ओपन-एंडेड सवालों में बदल देता है। यह फीचर शिक्षकों को छात्रों की कॉन्सेप्चुअल समझ जानने में मदद करता है और उन्हें बोर्ड स्तर की तैयारी के लिए तैयार करता है।

c. सब्जेक्टिव आंसर इवैल्यूएशन: हाथ से लिखे गए आंसर को स्कैन करें और एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस की मदद से तुरंत मूल्यांकन प्राप्त करें। इससे सही स्कोर, स्ट्रक्चर्ड फीडबैक और अकादमिक मानकों के अनुसार सख्ती को एडजस्ट करने की सुविधा मिलती है।

3. पढ़ाई जो सभी बोर्ड और भाषाओं के अनुसार अनुकूल होती है

a. लेसन प्लानर: अपने पूरे लेसन या पाठ्यक्रम को मिनटों में प्लान करें। बस किसी भी किताब का इंडेक्स स्कैन करें और एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस उसे एक्स्ट्रामार्क्स कंटेंट लाइब्रेरी से ऑटो-मैप कर देगी, जिससे बोर्ड-विशेष और व्यवस्थित लेसन प्लान आसानी से तैयार हो जाएगा।

b. ट्रांसलेट: किसी भी लेसन, प्रश्न या वीडियो को मराठी, तमिल, तेलुगु जैसी क्षेत्रीय भाषाओं में बदलकर भाषा की बाधाओं को दूर करें। एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस मल्टीलिंगुअल लर्निंग का समर्थन करता है और ब्रिटिश या अमेरिकन इंग्लिश जैसे ग्लोबल उच्चारण में भी मदद करता है, ताकि हर छात्र अपनी सबसे पसंदीदा भाषा में आसानी से सीख सके।

4. घर पर सीखने के लिए छात्र का को-पायलट

a. इंस्टेंट डाउट सॉल्वर: फोटो अपलोड करें, अपना सवाल बोलें या टाइप करें और तुरंत मदद पाएं। एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस सवाल को समझकर साफ और सही उत्तर देता है।

b. हेल्प मी सॉल्व इट: वर्कशीट या प्रॉब्लम सॉल्व करते समय स्टेप-बाय-स्टेप मदद पाएं। एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस जटिल सवालों को छोटे और आसान कदमों में तोड़ती है, जिससे छात्र खुद सोच सकें बिना अंतिम उत्तर बताए।

c. आस्क इट: कोई भी वीडियो देखते समय सवाल पूछें। एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस सीधे उत्तर के साथ एक एक्सप्लेनर वीडियो भी सुझाती है, ताकि सीखना कभी न रुके।

5. लाइव क्लास को अधिक अटेंटिव, प्रभावी और जिम्मेदार बनाना

a. एंगेजमीटर: छात्रों की भागीदारी को रीयल-टाइम में ट्रैक करें। एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस स्कूल इंटीग्रेटेड प्रोग्राम (एसआईपी) की लाइव क्लास के दौरान हाथ उठाने, चेहरे के इशारों और एंगेजमेंट लेवल को मॉनिटर करता है, जिससे शिक्षक आसानी से डिसइंगेजमेंट पहचान सकें और समय पर मदद दे सकें।

b. अटेंडेंस ट्रैकर: ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों क्लास की उपस्थिति को ऑटोमेट करें। एक्स्ट्रा इंटेलिजेंस फेसियल रिकॉग्निशन का उपयोग करके सटीक और कॉन्टैक्टलेस अटेंडेंस ट्रैकिंग करता है, जिससे पढ़ाई का समय बचता है और जिम्मेदारी सुनिश्चित होती है।

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