पटना. तेजस्वी यादव ने बुधवार को इंडिया गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ‘इंडिया गठबंधन सिर्फ 2024 के लोकसभा चुनाव तक के लिए बना था।’तेजस्वी यादव बुधवार को कार्यकर्ता संवाद यात्रा पर बक्सर पहुंचे थे। जहां पत्रकारों ने उनसे दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच बढ़ती तकरार को लेकर सवाल किया। तेजस्वी यादव ने कहा, ‘यह अस्वाभाविक नहीं है कि कांग्रेस और आप जैसे दलों में मतभेद हों। गठबंधन का मुख्य उद्देश्य लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराना था, और यह गठबंधन उसी लक्ष्य तक सीमित था।’
विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली में इंडिया गठबंधन में दरार पड़ने जैसी स्थिति बनी है
- चुनाव आयोग ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा कर दी, जिसके बाद ममता बनर्जी की पार्टी TMC ने अरविंद केजरीवाल का समर्थन करते हुए कहा कि AAP बीजेपी को हराए। दिल्ली में टीएमसी ने AAP को सपोर्ट किया। टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि हमें उम्मीद है कि दिल्ली में बीजेपी का पूरी तरह से सफाया हो जाएगा।
- इससे पहले सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी मंगलवार को AAP को समर्थन देने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि वह AAP के नेताओं के साथ मंच भी साझा करेंगे। अखिलेश यादव ने कहा था कि दिल्ली में वह कांग्रेस का नहीं, बल्कि आम आदमी पार्टी का साथ देंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी को सिर्फ AAP ही हरा सकती है।
- AAP नेताओं के साथ मंच साझा करेंगे अखिलेश इस तरह से अब साफ हो गया है कि दिल्ली चुनाव में इंडिया गठबंधन की पार्टियां कांग्रेस से किनारा कर आम आदमी पार्टी के सपोर्ट में उतर गई है।
- इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद से इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर लड़ाई खुलकर सामने आ गई थी, जिसके बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इस गठबंधन को लीड करने की इच्छा जताई थी।
- अखिलेश यादव ने जिस तरह खुले तौर पर कांग्रेस को सपोर्ट करने से मान किया है।
नीतीश किसी के भी पैर छू लेते हैं
तेजस्वी यादव ने नीतीश पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि ‘सीएम कब किसका पैर छू दें ये पता नहीं। अधिकारियों, इंजीनियरों का पैर छूने पड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री का चेहरा आगे कर के सब अपना रोटी सेक रहा है।
नीतीश की प्रगति यात्रा को बताया ‘दुर्गति यात्रा’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा पर सवाल उठाते हुए तेजस्वी ने कहा, ‘मुख्यमंत्री के संवाद यात्रा का नाम चार बार बदला जा चुका है। इसे प्रगति यात्रा का नाम दिया गया है, लेकिन यह असल में दुर्गति यात्रा है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री जनता से संवाद करने के लिए रिटायर्ड अधिकारियों का सहारा ले रहे हैं। तेजस्वी ने यह भी दावा किया कि ‘इस यात्रा पर 2 अरब 25 करोड़ 78 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री एक तरफ बिहार को गरीब राज्य बताते हैं, तो दूसरी तरफ इतने पैसे सिर्फ यात्रा पर खर्च कर रहे हैं। इससे प्रदेश के विकास का अंदाजा लगाया जा सकता है।’
साभार : दैनिक भास्कर
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