नई दिल्ली. साल का दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण 3 घंटे 28 मिनट बाद खत्म हो गया है। ग्रहण रविवार रात 9:56 बजे शुरू हुआ, जो 1:28 बजे तक रहा। भारत में तमिलनाडु से चंद्रग्रहण की शुरू हुआ था। इसे पूरे देशभर में देखा गया। रात 11 बजे से 12:23 तक 82 मिनट पूर्ण चंद्रग्रहण रहा। इस दौरान पृथ्वी सूर्य और चांद के बीच आई, जिससे चांद पर उसकी छाया पड़ी और चांद लाल-नारंगी रंग का दिखाई दिया। इसे ही ब्लड मून कहा जाता है। साल 2022 के बाद भारत में दिखने वाला यह सबसे लंबा पूर्ण चंद्रग्रहण है। 27 जुलाई, 2018 के बाद यह पहली बार था जब ग्रहण को देश के सभी हिस्सों से देखा गया। इसे सीधे आंखों से देखा जा सका। इसके लिए किसी चश्मे या फिल्टर की जरूरत नहीं थी। कई लोगों ने दूरबीन या टेलिस्कोप से इसे साफ देखा।
ग्रहण दुनिया के कई हिस्सों में दिखाई दिया
ग्रहण भारत, एशिया, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया और यूरोप समेत दुनिया के कई हिस्सों में दिखाई दिया। विशेषज्ञों के अनुसार, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में सबसे देर तक और सबसे अच्छा देखने को मिला। वहां ग्रहण के समय चांद आसमान में ऊंचाई पर रहा। यूरोप और अफ्रीका में लोग इसे चांद निकलते समय थोड़े समय के लिए देख पाए। बैंकॉक में 12:30 से 1:52 बजे, बीजिंग और हांगकांग में 1:30 से 2:52 बजे, टोक्यो में 2:30 से 3:52 बजे और सिडनी में 3:30 से 4:52 बजे तक देखा गया।
साभार : दैनिक भास्कर
भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं
Matribhumisamachar


