नई दिल्ली. पाकिस्तान पूरी तरह से बैकफुट पर आ चुका है. सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कुल 7 शहरों पर ताबड़तोड़ हमले किए हैं. भारत ने लाहौर, इस्लामाबाद, कराची और सियालकोट समेत 7 शहरों में बड़ा हमला किया है. बता दें कि गुरुवार रात को पाकिस्तान की ओर से भारत के सीमावर्ती इलाकों पर ड्रोन से हमला किया गया था, जिसका जवाब अब भारत ने दे दिया है. भारत ने पाकिस्तान के लाहौर में ड्रोन से बड़ा हमला किया है. इसके अलावा भारत ने पाकिस्तान के सियालकोट में भी ड्रोन से हमला कर दिया है. भारत ने पाकिस्तान पर बड़ा पलटवार किया है.
कराची बंदरगाह पर बड़ा हमला
भारत की ओर से पाकिस्तान पर बड़ा हमला किया गया है. भारत की तीनों सेना ने पाकिस्तान पर अटैक किया है. अरब सागर से नौसेना ने मोर्चा संभाला है. इसके अलावा पाकिस्तान पर 100 से ज्यादा मिसाइलें दागी गई हैं. कराची बंदरगाह पर 10 से ज्यादा धमाके गए हैं.
यहां भारत ने किया हमला
भारत की ओर से पाकिस्तान को जवाब देते हुए कराची , लाहौर ,इस्लामाबाद पर भारत की ओर से हमला किया गया है. भारत ने इस्लामाबाद में मिसाइल दाग दी है. जालंधर में पाकिस्तानी हमला ड्रोन हमला नाकाम कर दिया गया है. लाहौर के कई इलाको में धुंआ-धुंआ हो गया है. इसके अलावा भारत की ओर से बहावलपुर और सरगोधा में भी हमला किया गया है.
विदेश मंत्री ने अमेरिका से की बात
इसी बीच विदेश मंत्री एस जयंशकर ने ट्वीट करते हुए बताया है कि उन्होंने इस मामले पर यूरोपियन यूनियन से भी बात की है. उन्होंने अमेरिका से भी शाम को ही बात कर ली थी. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका की तरफ से भारत के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता पर अमेरिका की सराहना भी की. उन्होंने अपने ट्वीट में यह साफ किया है कि अगर पाकिस्तान की तरफ से कोई भी कार्रवाई होती है तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
बता दें कि पाकिस्तान की तरफ से जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में हमला किया गया है. इस हमले का भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया और सभी मिसाइलें और ड्रोन मार गिराए. अब इसे लेकर दिल्ली में रक्षा मंत्रालय की हाईलेवल बैठक हो रही है. इस बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं. बैठक में सीडीएस और तीनों सेना के प्रमुखों के मौजूद होने की खबर है.
साभार : जी न्यूज
भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं
Matribhumisamachar


