मुंबई. महाराष्ट्र के मुंबई में पानी टैंकर चालकों की हड़ताल पिछले दो दिनों से इलाकों में पेयजल की भीषण समस्या उठ खड़ी हुई है. आवासीय और व्यावसायिक इलाकों में पानी की आपूर्ति पूरी तरह से बाधित है. इस बीच शिवसेना यूबीटी ने पानी संकट का तत्काल समाधान न निकलने पर सरकार को मार्च निकालने की चेतावनी दी है. मुंबई में पेयजल संकट को देखते हुए सीएम देवेंद्र फडणवीस ने एक्स पर मुंबई महानगरपालिका आयुक्त को पानी की समस्या हटाने का समाधान करने के लिए तत्काल प्रभावी कदम उठाने को कहा है.
तत्काल समस्या का समाधान निकालें बीएमसी आयुक्त- CM
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अधिकारियों से इस संकट को जल्द से जल्द हल करने को कहा है. उन्होंने कहा, “टैंकर चालकों की हड़ताल के कारण कुछ इलाकों में पानी की समस्या हो रही है. गर्मी को देखते हुए यह समस्या जारी नहीं रह सकती. मैंने नगर निगम आयुक्त से कहा है कि वे नए नियमों और चालकों की चिंताओं के बीच कोई ऐसा रास्ता निकालें जिससे आम जनता प्रभावित न हो.”
दरअसल, मुंबई के लोगों को शुक्रवार (12 अप्रैल) को लगातार दूसरे दिन भी पानी की कमी का सामना करना पड़ा. मुंबई वाटर टैंकर एसोसिएशन (एमडब्ल्यूटीए) का अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है. टैंकर चालक अपीन मांग पर अड़े हैं. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने इसको लेकर एक बैठक की, लेकिन समाधान निकालने में नाकाम रहे. टैंकर चालकों की हड़ताल की वजह से आवासीय और व्यावसायिक इलाकों में पानी की आपूर्ति बुरत से प्रभावित है, जिससे कुछ कार्यालय बंद हो गए हैं और दूषित पानी पर चिंता बढ़ गई है.
शिवसेना यूीबीटी ने दावा किया कि पानी की कमी की वजह से मुंबई के कई इलाकों में हाहाकार की नौबत है. महायुति सरकार अभी तक इसका समाधान नहीं निकाल नहीं पाई है. शिवसेना यूबीटी ने अपने अखबार सामना के जरिए पार्टी के वरिष्ठ नेता आदित्य ठाकुर ने ?कल प्रशासन को दी चुनौती.सरकार को चेतावनी दी है कि दो दिनों में भी पानी की समस्या दूर नहीं हुई तो सभी वार्ड ऑफिस पर सेना मोर्चा रैली निकालेगी.
मुंबई में पानी संकट क्यों?
टैंकर एसोसिएशन ने हड़ताल तब शुरू की जब बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने रिंगवेल और बोरवेल संचालकों को नोटिस जारी कर आपूर्ति बंद करने को कहा. इतना ही नहीं, बीएमसी ने टैंकर चालकों से केंद्रीय भूजल प्राधिकरण से इसके लिए जरूरी लाइसेंस प्राप्त करने के लिए भी कहा. बीएमसी के इस आदेश से मुंबई वाटर टैंकर एसोसिएशन से जुड़े टैंकर चालों में भारी नाराजगी है. एमडब्लूटीए की की मांग की है कि बीएमसी नोटिस वापस ले. साथ ही प्रदेश सरकार भी टैंकर चालकों की हितों को संरक्षण करने को लेकर जरूरी आश्वासन दे.
साभार : एबीपी न्यूज
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