मंगलवार, मार्च 25 2025 | 11:40:51 AM
Breaking News
Home / राज्य / उत्तरप्रदेश / संभल हिंसा के आरोपियों के पोस्टर लगाने पर भड़के एक वर्ग विशेष के लोग

संभल हिंसा के आरोपियों के पोस्टर लगाने पर भड़के एक वर्ग विशेष के लोग

Follow us on:

लखनऊ. उत्‍तर प्रदेश में संभल हिंसा के मामले में आरोपियों के पोस्टर चस्पा करने को लेकर स्थानीय स्तर पर लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई है. जामा मस्जिद की दीवार पर उपद्रवियों के पोस्टर चस्पा करने पर एक वर्ग विशेष के लोगों ने ऐतराज जताया. इसके बाद वहां भीड़ जुटने लगी. जामा मस्जिद के पास भीड़ इकट्ठा होने की सूचना पर एएसपी श्रीश चंद्र मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की. एएसपी श्रीश चंद्र ने कहा कि सभी कार्रवाई नियमानुसार की गई हैं् उन्होंने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की बात भी कही. शुक्रवार को पुलिस ने हिंसा प्रभावित इलाके में संभल हिंसा के 74 आरोपियों के पोस्टर चस्पा किए थे. ये संभल के सदर कोतवाली इलाके के जामा मस्जिद के पीछे की घटना है.

एएसपी श्रीश चंद्र ने बताया कि संभल हिंसा के 74 ऐसे उपद्रवियों की पहचान की जानी है. सीसीटीवी के माध्यम से इनका घटना में संलिप्त होना पाया गया है. इस कारण इनकी तस्वीरें चस्पा की जा रही हैं, जिससे इनकी पहचान हो सके और इनके विरुद्ध कार्रवाई की जा सके. इनके पोस्टर संभल के सभी सार्वजनिक स्थानों में चस्पा किए जाएंगे और जो इनकी पहचान करेगा, उसे उचित पुरस्कार भी दिया जाएगा. साथ ही उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी. संभल हिंसा के बाद से पुलिस लगातार वीडियो और तस्वीरों के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर उन्हें जेल भेज रही है. कुछ ऐसे लोग हैं, जिनकी पहचान नहीं हो पा रही है, लेकिन वे लोग भीड़ के बीच मौजूद थे. उनकी पहचान के लिए पोस्टर चस्पा किए जा रहे हैं. गत 24 नवंबर को संभल के जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा हो गई थी. भीड़ ने पुलिस पर पथराव के साथ फायरिंग भी की थी. इसमें कई लोग घायल हुए थे. कुछ लोगों की जान भी चली गई थी.

इस दौरान हिंसा से जुड़े वीडियो के आधार पर कई गिरफ्तारियां भी की गई हैं. इसमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहे उपद्रवियों के पोस्टर सार्वजनिक स्थलों पर चिपकाए हैं, जिससे उनकी पहचान हो सके.

साभार : एनडीटीवी

भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

सारांश कनौजिया की पुस्तकें

ऑडियो बुक : भारत 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि)

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

कोर्ट ने राहुल गांधी को इंडियन स्टेट के खिलाफ लड़ाई वाले बयान के लिए भेजा नोटिस

लखनऊ. कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कुछ समय पहले …