जयपुर. एनडीए ने बिहार में भले ही प्रचंड बहुमत हासिल किया हो, लेकिन राजस्थान में उसे शिवसेना के शिंदे गुट ने साफ तौर पर अल्टीमेटम दिया है. शिवसेना शिंदे गुट का कहना है कि राजस्थान में जल्द होने जा रहे नगर निकाय और पंचायत के चुनाव में तमाम सीटों पर वह अपने उम्मीदवार उतारेगी. अगर बीजेपी साथ मिलकर चुनाव लड़ती है और उसे भी कुछ सीटें देती है तो ठीक, वर्ना पार्टी तमाम सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी और अकेले ही चुनाव लड़ेगी. पार्टी ने कोटा में धर्मांतरण मामले को लेकर भी तीखी प्रतिक्रिया जताई है.
राजस्थान में शिवसेना ने बढ़ाई सक्रियता
राजस्थान में तीन विधायकों के पिछले साल पार्टी में शामिल होने के बाद शिवसेना के शिंदे गुट ने राज्य में पार्टी की सक्रियता बढ़ा दी है. पार्टी ने अब राजस्थान में जल्द होने जा रहे नगर निकाय और पंचायत चुनाव में तमाम सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रहलाद सिंह और युवा इकाई के अध्यक्ष सचिन सिंह गौड़ का साफ तौर पर कहना है कि सियासी पार्टी होने के नाते स्थानीय स्तर के चुनाव में उम्मीदवार उतारना हमारी मजबूरी होगी. अगर हम चुनाव नहीं लड़ेंगे तो हमारी पार्टी के कार्यकर्ता घर बैठ जाएंगे.
‘हमें उचित हिस्सेदारी दे बीजेपी’
प्रदेश अध्यक्ष प्रहलाद सिंह और यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष सचिन सिंह गौड़ का कहना है कि शिवसेना का शिंदे गुट एनडीए का हिस्सा है. हम चाहेंगे कि बीजेपी राजस्थान के स्थानीय निकाय के चुनाव में हमें उचित हिस्सेदारी दें. हम बीजेपी के साथ मिलकर ही चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन अगर बीजेपी हमें पर्याप्त संख्या में सीटें नहीं देगी तो हम अकेले ही चुनाव लड़ेंगे. हमारा गठबंधन केंद्र और महाराष्ट्र में है. लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए है, लेकिन पंचायत और निकाय चुनाव लड़ना हमारी मजबूरी है.
‘हर हाल में चुनाव लड़ेगी हमारी पार्टी’
पार्टी नेता ने कहा कि अगर बीजेपी साथ नहीं आती है तो शिवसेना का शिंदे गुट अकेले ही मैदान में उतरेगा. हमारी पार्टी हर हाल में चुनाव लड़ेगी. नेताओं ने बताया कि राजस्थान के स्थानीय निकाय के चुनाव को लेकर पार्टी अध्यक्ष और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने 15 दिसंबर को राज्य के प्रमुख नेताओं के साथ एक बैठक भी रखी है. नेताओं ने बताया कि आज बड़ी संख्या में दूसरी पार्टियों के कार्यकर्ता शिवसेना में शामिल हुए हैं. तमाम लोगों को जिम्मेदारी भी दी गई है.
धर्मांतरण के मुद्दे पर पार्टी ने क्या कहा?
शिवसेना शिंदे गुट ने राजस्थान के कोटा में ईसाई मिशनरी द्वारा राज्य की सरकार को ‘शैतान का राज’ करार दिए जाने और लोगों को धर्मांतरण के लिए उकसाने की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है. प्रदेश अध्यक्ष प्रहलाद सिंह और यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष सचिन सिंह गौड़ ने साफ तौर पर कहा है कि अगर इस मामले में सरकार की तरफ से जल्द ही ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है तो शिवसेना के कार्यकर्ता हाथों में लाठी डंडे और जूते लेकर दोषियों को सबक सिखाने का काम करेंगे. उनसे सार्वजनिक तौर पर यह कहलाया जाएगा कि राजस्थान में शैतान का नहीं बल्कि रामराज है. उनसे राम नाम का जयकारा भी लगवाया जाएगा. कानून अपना काम करेगा लेकिन शिवसेना के कार्यकर्ता अपना काम करेंगे और धर्म परिवर्तन कराने वालों को करारा सबक सिखाएंगे.
साभार : एबीपी न्यूज
‘गांधी जी की राजनीतिक यात्रा के कुछ पन्ने’ पुस्तक के बारे में जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें :
https://matribhumisamachar.com/2025/12/10/86283/
आप इस ई-बुक को पढ़ने के लिए निम्न लिंक पर भी क्लिक कर सकते हैं:
https://www.amazon.in/dp/B0FTMKHGV6
यह भी पढ़ें : 1857 का स्वातंत्र्य समर : कारण से परिणाम तक
Matribhumisamachar


