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राजनाथ सिंह ने हमले का जवाब देने के विकल्पों की चर्चा के लिए सैन्य अधिकारियों के साथ की बैठक

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नई दिल्ली. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा मंत्रालय में अहम बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में सीडीएस अनिल चौहान और एनएसए अजित डोभाल भी शामिल हुए। इनके अलावा बैठक में थल सेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायुसेना चीफ एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और नौसेना प्रमुख दिनेश त्रिपाठी भी मौजूद रहे।

सुरक्षा इंतजाम कड़े करने के निर्देश

बैठक में पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत की प्रतिक्रिया पर चर्चा हुई। बैठक में जम्मू कश्मीर में सुरक्षा के हालात पर भी बात हुई और रक्षा मंत्री ने सुरक्षा इंतजाम कड़े करने के निर्देश दिए। जिस जगह हमला हुआ, उसके आसपास भी सैनिकों की तैनाती बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि जल्द से जल्द हमलावरों को पकड़ा जा सके। बुधवार शाम छह बजे सुरक्षा मामलों की केंद्रीय समिति की बैठक होनी है। रक्षा मंत्री की बैठक में सीसीएस की बैठक को लेकर भी चर्चा हुई। यह बैठक करीब तीन घंटे चली। मंगलवार को पहलगाम आतंकी हमले को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर साझा पोस्ट में लिखा कि ‘पहलगाम में हुए आतंकी हमले से वे बेहद व्यथित हैं। मासूम नागरिकों पर यह कायराना हमला है। मासूम नागरिकों और उनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।’

पहलगाम में हुआ आतंकी हमला पर्यटकों पर 25 साल का सबसे बड़ा हमला

जम्मू कश्मीर के पहलगाम के बैसारन इलाके में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चार से पांच आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा से जुड़े टीआरएफ ने ली है। पहलगाम का आतंकी हमला बीते 25 साल में पर्यटकों पर हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है। हमले की सूचना मिलते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह देर रात ही जम्मू कश्मीर के लिए रवाना हो गए थे और बुधवार सुबह उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपना सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़कर ही वापस भारत लौट चुके हैं।

साभार : अमर उजाला

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