बेंगलुरु. प्रसिद्ध कन्नड़ लेखक डॉ. एस.एल. भैरप्पा का आज दोपहर बेंगलुरु में निधन हो गया। उनका निधन एक निजी अस्पताल में हृदयाघात से हुआ। वे 94 वर्ष के थे। एक विपुल लेखक, भैरप्पा ने 25 से अधिक उपन्यास लिखे। अपने विषय और विचारोत्तेजक कथाओं के कारण सार्वजनिक बहस और बौद्धिक चर्चा को जन्म दिया। उनके कुछ सबसे प्रसिद्ध उपन्यासों में वंशवृक्ष, दातु, पर्व, गृहभंग, आवरण, नई नेरालु और सार्थ शामिल हैं।
उनके उपन्यासों पर आधारित फिल्मों को आलोचकों की प्रशंसा मिली है। उनके उपन्यासों का कई भारतीय और विदेशी भाषाओं में अनुवाद हुआ है। उन्हें 2023 में पद्म भूषण और 2010 में सरस्वती सम्मान सहित सर्वोच्च सम्मान प्राप्त हुए हैं। उन्हें 2015 में साहित्य अकादमी फेलोशिप से भी सम्मानित किया गया था। प्रतिष्ठित लेखक के पार्थिव शरीर को कल मैसूर ले जाया जाएगा ताकि लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकें और शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
SHABD, September 24, 2025
Matribhumisamachar


