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भारतीय वायुसेना ने किया युद्धाभ्यास, राफेल और सुखोई ने लिया भाग

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नई दिल्ली. भारतीय वायुसेना के ‘आक्रमण’ से पाकिस्तान डर गया है. राफेल और सुखोई-30 की वॉर ड्रिल से वह टेंशन में आ चुका है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना 48 घंटे से हाई अलर्ट पर है. युद्ध की तैयारी के लिए IAF ने सेंट्रल सेक्टर में युद्धाभ्यास किया. वायुसेना ने इस युद्धाभ्यास को ‘आक्रमण’ नाम दिया है. इस युद्धाभ्यास में टॉप गन पायलट शामिल हैं.

पहलगाम हमले के बाद अलग-अलग एयरबेस पर भारतीय वायुसेना के विमान तैनात हैं. कई एयरबेस से एकसाथ विमान उड़े. आसमान से जमीन पर हमले की ड्रील की गई. राफेल की हाशिमारा और अंबाला स्क्वाड्रन से विमानों ने उड़ान भड़ा. भारतीय एयर डिफेंस यूनिट फ्रंटलाइन पर तैनात हैं. हालांकि, भारतीय वायुसेना का कहना है कि ये रूटीन अभ्यास था.

रेगुलर एक्सरसाइज पर टाइमिंग करती है मैटर

इसका मकसद ये था कि पायलट को कम समय में बड़े मिशन पर कैसे काम करना होगा. इसमें अत्याधुनिक विमानों के द्वारा अभ्यास की जाती है. कहा जा रहा है कि युद्धाभ्यास पहले से प्लान थी. भले ही यह रेगुलर एक्सरसाइज हो लेकिन इसकी टाइमिंग बहुत कुछ कहती है. जिस तरह से पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जो तनाव बना हुआ है, उसके बाद ये युद्धाभ्यास बहुत मैटर करती है.

इस युद्धाभ्यास में राफेल और सुखोई विमान के अलावा मिराज, एस-4 जैसे विमान भी शामिल हैं. राफेल 4.5 जनरेशन का एयरक्राफ्ट का है. यह दुश्मन के बंकर को टारगेट कर सकता है, उनकी टैंक को टारगेट कर सकता है. अगर कोई दुश्मन कहीं पर छिपा है. उस पर अटैक कर सकता है. यह लॉन्ग रेंज ड्रील की गई है. दोनों स्क्वाड्रन को मूव किया गया है, ये बड़ी बात है.

साभार : टीवी9 भारतवर्ष

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