नई दिल्ली (मा.स.स.). रक्षा मंत्रालय ने बैंगलोर में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के साथ भारतीय नौसेना के लिए फायर कंट्रोल सिस्टमस की खरीद करने हेतु एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। इस प्रणाली के अंतर्गत 13 लिंक्स-यू2 फायर कंट्रोल सिस्टम खरीदे जाएंगे, जिनकी कुल लागत 1,700 करोड़ रुपये से अधिक है। इन्हें भारतीय – आईडीएमएम (स्वदेशी रूप से अभिकल्पित, विकसित और निर्मित) श्रेणी के तहत क्रय किया जा रहा है। लिंक्स-यू2 सिस्टम एक नौसैन्य गोलाबारी नियंत्रण प्रणाली है, जिसे स्वदेशी आवश्यकता के अनुरूप निर्धारित रूप-रेखा के अनुसार रूपांकित तथा विकसित किया गया है। यह अवांछित समुद्री गतिविधियों पर नियंत्रण पाने के साथ-साथ हवा तथा सतह के लक्ष्यों की सटीकता से जानकारी हासिल करने और फिर उनको भेदने में सक्षम है।
लिंक्स-यू2 फायर कंट्रोल सिस्टम, चौथी पीढ़ी की और पूर्ण रूप से स्वदेशी प्रणाली है। इसे गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स और गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के आपसी तालमेल से स्वदेशी रूप से निर्मित होने वाले नई पीढ़ी के समुद्रगामी गश्ती जहाजों पर तैनात किया जाएगा। इस अनुबंध के माध्यम से आगामी चार वर्षों की अवधि में दो लाख मानव-दिवस का रोजगार सृजित होगा। इससे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम सहित विभिन्न भारतीय उद्योगों की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहन प्राप्त होगा। इस प्रकार रक्षा मंत्रालय अपने अनुबंध के माध्यम से ‘आत्मनिर्भरता’ प्राप्त करने के सरकार के प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
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