मुंबई (मा.स.स.). एमएसएमई ईकाई ‘मैसर्स सूर्यदीप्ता प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड’, ठाणे के साथ भारत सरकार की “आत्मनिर्भर भारत” पहल के अनुरूप 11x गोला बारूद और टारपीडो- मिसाइल (एसीटीसीएम) बार्ज के निर्माण के लिए एक अनुबंध किया गया था। इस सीरीज का पहला बार्ज एलएसएएम 15 (यार्ड 125) 9 जून 2023 को भारतीय नौसेना को सौंपा गया है। बार्ज को 30 साल की सर्विस लाइफ के साथ इंडियन रजिस्टर ऑफ शिपिंग (आईआरएस) के वर्गीकरण नियमों के तहत बनाया गया है। स्वदेशी निर्माताओं से प्राप्त सभी प्रमुख/सहायक उपकरणों के साथ, यह बार्ज रक्षा मंत्रालय की “मेक इन इंडिया” पहल का गौरवशाली ध्वजवाहक है। एसीटीसीएम बार्जो को शामिल करने से जेटी के साथ-साथ और बाहरी बंदरगाहों पर भारतीय नौसेना के पोतों के लिए परिवहन, चढ़ाई और सामान/गोला-बारूद की निकासी की सुविधा द्वारा भारतीय नौसेना की परिचालन प्रतिबद्धताओं को प्रोत्साहन मिलेगा।
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