लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के बीच देर रात वाराणसी के सर्किट हाउस के बंद कमरे में करीब 25 मिनट की मुलाकात हुई है। इसकी पुष्टि सुभासपा के मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर ने की है। अरुण ने साफ संकेत दिया कि लोकसभा चुनाव से पहले सुभासपा का गठबंधन भाजपा से हो सकता है। इसकी औपचारिकता पर गुरुवार रात मुख्यमंत्री से चर्चा भी हुई है। अरुण जल्द ही लखनऊ जाकर परिवार सहित मुख्यमंत्री से आशीर्वाद लेंगे।
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बेटे अरुण राजभर की शादी में बुलाया था, लेकिन वह नहीं पहुंच सके। उनके प्रतिनिधि के रूप में सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी ओपी राजभर के घर गए और मुख्यमंत्री का बधाई संदेश दिया। देर रात मुख्यमंत्री वाराणसी आए तो पता चला कि सर्किट हाउस में ही ओपी राजभर भी बेटे अरुण राजभर के साथ रुके हैं।
सुभासपा नेता ने मीडिया से बनाई दूरी
ओपी राजभर से पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि मुख्यमंत्री से मिलना है। रात एक बजे के बाद जानकारी मिली कि मुख्यमंत्री व ओपी राजभर की मुलाकात हुई है। दोनों नेता करीब 25 मिनट तक एक कमरे में बैठकर बात करते रहे। मुख्यमंत्री से मिलने के बाद सुभासपा नेता बाहर आए, लेकिन वहां पत्रकारों से बात नहीं की है।
दरअसल, ओपी राजभर की पूर्वांचल के गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ व बलिया में राजभर समाज के बीच अच्छी पैठ है। 16 विधानसभा क्षेत्रों में मजबूत पकड़ बताई जाती है। पिछले विधानसभा चुनाव में ही सपा से गठबंधन के बाद सुभासपा का प्रदर्शन अच्छा था, इसलिए सुभासपा को जोड़ने में भाजपा अपना फायदा देख रही है।
प्रदेश अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री भी मिल कर चुके हैं मुलाकात
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी ओपी राजभर से मिले थे। दोनों नेताओं ने राजभर के घर जाकर बेटे व बहू को शादी की शुभकामनाएं दी थीं। इसके बाद से ही भाजपा व सुभासपा के बीच गठबंधन की चर्चा आम हो गई थी।
साभार : अमर उजाला
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