लखनऊ. उत्तराखंड के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी मतांतरण के मामले सामने आने लगे हैं। यूपी के पीलीभीत में प्रार्थना सभा की आड़ में ईसाई मिशनरी मतांतरण का प्रयास कर रही हैं। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने यह आरोप लगाकर हंगामा कर दिया। हंगामे के बीच पुलिस भी आ गई। पुलिस को देखकर अफरा तफरी मच गई।
आयोजक सफाई देते रहे कि वे भी हिंदू हैं, मतांतरण नहीं हो रहा। उनसे जब हिंदू धर्म के बारे में सवाल हुए तो अटक गए। देवी-देवताओं व ग्रंथों के बारे में सही जानकारी नहीं दे सके। शक के आधार पर पुलिस दोनों को थाने ले गई। वहां पूछताछ चल रही है। ग्रामीणों के बयान भी दर्ज किए गए हैं। सीओ सतीश चंद्र शुक्ला ने बताया कि यदि मतांतरण के प्रयास की पुष्टि हुई तो दोनों आरोपितों पर प्राथमिकी लिखी जाएगी। बजरंग दल के दिनेश रस्तोगी और शिवम गंगवार ने बताया कि पैनिया रामकिशन गांव में ईसाई मिशनरी से जुड़े लोग सक्रिय हैं।
ईसाई बनाने का रचा जा रहा षड्यंत्र
मिशनरी के दो युवक एक महिला के घर में प्रार्थना सभा करने पहुंचे। कई ग्रामीणों को भी वहां एकत्र किया गया था। इसकी सूचना पर कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे तो नोकझोंक होने लगी। आरोप था कि ग्रामीणों को गुमराह किया जा रहा। प्रार्थना सभा की आड़ में उन्हें ईसाई बनाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।
संदिग्ध लग रहा है प्रकरण
अफरा तफरी के बीच ग्रामीण वहां से चले गए मगर आयोजकों को रोककर पुलिस बुला ली गई। पुलिस का कहना है कि मौके पर किसी धर्म की पुस्तकें या अन्य साहित्य नहीं मिला है। बजरंग दल कार्यकर्ताओं की शिकायत पर दोनों आयोजकों से बातचीत की मगर प्रकरण संदिग्ध लग रहा। इसी आधार पर दोनों को थाने लाकर पूछताछ की जा रही है। मामले की जांच की जा रही है। पुलिस सभी पहलुओं पर नजर बनाए हुए हैं।
साभार : दैनिक जागरण
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं