चंडीगढ़. पंजाब के CM भगवंत मान होशियारपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे के दौरान कैबिनेट मिनिस्टर ब्रह्म शंकर जिम्पा पर भड़क उठे। CM मान मीडिया से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान मंत्री जिम्पा 2 बार उनके कान में फुसफुसाए। इसके बाद CM पीछे मुड़े और गुस्से से मंत्री को घूरा। यह देख मंत्री ने हाथ जोड़ लिए। मुख्यमंत्री के इस रवैये पर विरोधी पार्टियों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया है। बिक्रम मजीठिया ने सीएम भगवंत मान के इस रवैये को उनका अहंकार बताया है, वहीं कैबिनेट मिनिस्टर जिम्पा के साथ सहानुभूति जाहिर की है।
अब जानिए पूरा मामला
दरअसल, सीएम भगवंत मान बीती शाम होशियारपुर में बाढ़ ग्रस्त एरिया का दौरा करने पहुंचे थे। कैबिनेट मिनिस्टर ब्रह्म शंकर जिम्पा यहीं से विधायक भी हैं। इसलिए उनका साथ होना लाजमी था। दौरे के दौरान मीडिया कर्मियों ने सीएम मान को घेर लिया और बाढ़ संबंधी सवाल जवाब होने लगे। इसी दौरान मंत्री जिम्पा ने सीएम मान के कान में आगे चलने व किसानों को मिलने की बात कही। लेकिन सीएम मान पत्रकारों से बातचीत में उलझे रहे। मंत्री जिम्पा ने फिर समझाया कि आगे और भी जगह जाना है। यह किस्सा दो-तीन बार दोहराया गया। लास्ट में मुख्यमंत्री चिढ़ गए और पीछे मुड़ मंत्री जिम्पा पर बरस पड़े। इसके बाद मंत्री जिम्पा सिर्फ हाथ जोड़ मुख्यमंत्री से माफी मांगते दिखे। जिम्पा पर मुख्यमंत्री का सभी के सामने बरसना व मंत्री जिम्पा के सभी के सामने माफी मांगने पर विरोधी पार्टियों ने सवाल खड़े किए हैं।
बिक्रम मजीठिया बोले- मंत्री जिम्पा के साथ मेरी सहानुभूति
बिक्रम मजीठिया ने कहा- मैं सीएम भगवंत मान के अहंकार की निंदा करता हूं और कैबिनेट मंत्री जिम्पा के साथ मेरी सहानुभूति है। जिम्पा ने सीधे तौर पर सीएम से बाढ़ से तबाह किसानों से मिलने का अनुरोध किया। पंजाब में कैबिनेट मंत्रियों के साथ यही व्यवहार किया जाता है। सरकार द्वारा किसानों और जरूरतमंदों को बाढ़ राहत से इनकार करना समझ में आता है।
साभार : दैनिक भास्कर
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