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संघ प्रमुख मोहन भागवत की तरह हम भी चाहते हैं अखण्ड भारत : डॉ. एसटी हसन

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लखनऊ. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) के अखंड भारत (Akhand Bharat) वाले बयान का सपा संसद डॉ एसटी हसन (SP MP ST Hasan) ने स्वागत किया है. उन्होंने बयान का समर्थन करते हुए कहा कि हम भी चाहते हैं कि अखंड भारत बने. सपा सांसद ने कहा कि अखंड भारत सबसे पहले मुगल बादशाह औरंगजेब ने बनाया था. उस समय अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश अखंड भारत का हिस्सा थे. दोबारा भारत का अखंड बनना बहुत अच्छा होगा. उन्होंने कहा कि मुगल काल में हिंदुस्तान सोने की चिड़िया कहलाता था. उस वक्त भारत की जीडीपी दुनिया में सबसे अच्छी थी.

सांसद एसटी हसन ने मोहन भागवत के बयान का किया समर्थन

भारत की 23 फीसद जीडीपी से लालयित होकर अंग्रेजों ने भारत पर कब्जा किया था. हम चाहते हैं कि भारत एक बार फिर सोने की चिड़िया बने और देश की जीडीपी 25 फीसद हो. सपा सांसद के मुताबिक करेंसी और जीडीपी की मजबूती के लिए भारत का अखंड होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि आज अफगानिस्तान की करेंसी रुपये के मुकाबले आगे है. बांग्लादेश की जीडीपी भी भारत से आगे निकल चुकी है. अखंड भारत का सपना साकार होने पर करेंसी और जीडीपी दोनों मजबूत होगी. सांसद एसटी हसन ने दावा किया कि हकीकत को अमलीजामा औरंगजेब ने पहुंचाया था. प्रधानमंत्री के भारत को अखंड बनाने की क्षमता पर उन्होंने कहा कि मोदी की तुलना औरंगजेब से नहीं कर सकता.

अखंड भारत की हकीकत औरंगजेब ने किया था साकार

हसन ने कहा कि औरंगजेब 22 साल तक घोड़े की पीठ पर रहा था और उसने मेहनत से भारत को अखंड बनाया था. सपा सांसद ने दोहराया कि हमारी भी भारत के अखंड और दुनिया में महाशक्ति बनने की चाहत है. आपको बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि आज की युवा पीढ़ी के बुजुर्ग होने से पहले अखंड भारत हकीकत बनेगा. उन्होंने दावा किया कि भारत से अलग हुए लोगों को गलती का एहसास हो रहा है. मोहन भागवत के बयान का सपा सांसद डॉ एसटी हसन ने समर्थन किया है.

साभार : एबीपी न्यूज़

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