नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटिंग की डेट सामने आते ही सियासी पारा चढ़ने लगा है। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। AAP का आरोप है कि प्रवेश वर्मा ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है और नई दिल्ली विधानसभा सीट की वोटर लिस्ट में हेरफेर की गई है। चुनाव आयोग ने दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को मामले की जांच करने और तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
केजरीवाल ने प्रवेश वर्मा पर लगाए ये आरोप
दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा पर पैसे बांटने, हेल्थ कैंप लगाने और रोजगार मेला आयोजित करने जैसे आरोप भी लगाए हैं। केजरीवाल ने कहा कि परवेश वर्मा नई दिल्ली सीट पर खुलेआम पैसे बांट रहे हैं। 15 जनवरी को रोजगार मेले आयोजित करने का ऐलान किया है। यह सब चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार भ्रष्ट आचरण के अंतर्गत आता है। ऐसे में प्रवेश वर्मा को चुनाव लड़ने से रोका जाना चाहिए।
‘आप’ की शिकायत पर ECI का एक्शन
चुनाव आयोग ने AAP की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को मामले की जांच करने और तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। ECI ने अपने पत्र में कहा कि आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के कुछ आरोप लगाए हैं। उन्होंने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र की वोटर लिस्ट में मतदाताओं के जोड़-घटाव के भी आरोप लगाए हैं।
दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी को जांच के निर्देश
भारतीय निर्वाचन आयोग ने CEO, दिल्ली को निर्देश दिया है कि वे आयोग को एक्शन रिपोर्ट भेजें। ECI ने पत्र में संबंधित अधिकारी से कहा है कि आप शिकायत की जांच करवाएं, वास्तविक तथ्यों का पता लगाएं और आदर्श आचार संहिता, चुनावी कानूनों और भारत निर्वाचन आयोग के मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार तत्काल उचित कार्रवाई करें। कार्रवाई रिपोर्ट आयोग को भी भेजी जाएगी।
केजरीवाल ने चुनाव आयोग के सामने रखी थी शिकायतें
दिल्ली के पूर्व सीएम केजरीवाल ने चुनाव आयोग से स्थानीय ERO (निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी) को उनके पदों से हटाने का भी अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि चुनाव आयोग ने हमें आश्वासन दिया है कि इन भ्रष्ट आचरणों को होने नहीं दिया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी। हमने यह भी अनुरोध किया कि स्थानीय ERO को उनके पदों से हटा दिया जाए। हमने इस संबंध में एक आवेदन भी दिया था।
साभार : नवभारत टाइम्स
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