सोमवार, दिसंबर 08 2025 | 11:34:06 PM
Breaking News
Home / राज्य / पूर्वोत्तर भारत / भाजपा विधायकों ने मणिपुर में सरकार बनाने का दावा किया पेश

भाजपा विधायकों ने मणिपुर में सरकार बनाने का दावा किया पेश

Follow us on:

इंफाल. मणिपुर में नई सरकार बनाने की कवायद अचानक फिर से शुरू हो गई है. भाजपा विधायक थोकचोम राधेश्याम सिंह ने बुधवार को राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात के बाद दावा किया कि 44 विधायक नयी सरकार बनाने के लिए तैयार हैं. भाजपा विधायक ने नौ अन्य विधायकों के साथ राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की. उन्होंने कहा, ’44 विधायक जनता की इच्छा के अनुसार सरकार बनाने के लिए तैयार हैं. हमने राज्यपाल को यह बता दिया है. हमने इस मुद्दे के लिए क्या समाधान हो सकते हैं, इस पर भी चर्चा की.’

राज्यपाल ने हमारी बातों पर गौर कियाः भाजपा विधायक

उन्होंने कहा, ‘राज्यपाल ने हमारी बातों पर गौर किया और लोगों के सर्वोत्तम हित में कार्रवाई शुरू करेंगे.’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह सरकार बनाने का दावा करेंगे, तो उन्होंने कहा कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व निर्णय लेगा. सिंह ने कहा, ‘हालांकि, यह बताना कि हम तैयार हैं, सरकार बनाने का दावा पेश करने जैसा है. विधानसभा अध्यक्ष सत्यव्रत ने 44 विधायकों से व्यक्तिगत और संयुक्त रूप से मुलाकात की है. किसी ने भी नयी सरकार के गठन का विरोध नहीं किया है.’ उन्होंने कहा, ‘लोगों को बहुत अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. पिछले कार्यकाल में कोविड के कारण दो साल बर्बाद हो गए थे और इस कार्यकाल में संघर्ष के कारण दो और साल बर्बाद हो गए हैं.’

एन बीरेस सिंह के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद मणिपुर

भाजपा नेता एन बीरेन सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद फरवरी से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू है. मई 2023 में शुरू हुए मेइती और कुकी-जो समुदाय के बीच जातीय संघर्ष से निपटने के उनके सरकार के तरीके को लेकर आलोचनाओं के बीच बीरेन ने इस्तीफा देने का फैसला लिया था.

समझिए मणिपुर विधानसभा का अंकगणित

मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल 59 विधायक हैं. एक सीट एक विधायक के निधन के कारण रिक्त है. भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में कुल मिलाकर 44 विधायक हैं, जिसमें 32 मेइती, तीन मणिपुरी मुस्लिम और नौ नगा विधायक हैं. कांग्रेस के पांच विधायक हैं – सभी मेइती हैं. शेष 10 विधायक कुकी हैं – उनमें से सात ने पिछला चुनाव भाजपा के टिकट पर जीता था, दो कुकी पीपुल्स अलायंस के हैं, और एक निर्दलीय विधायक है.

साभार : एनडीटीवी

भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

सारांश कनौजिया की पुस्तकें

ऑडियो बुक : भारत 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि)

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

असम बहुविवाह निषेध विधेयक विधानसभा में हुआ पारित, अगली बार यूसीसी लागू करने की योजना

गुवाहाटी. असम विधानसभा ने गुरुवार को बहुविवाह पर प्रतिबंध लगाने वाला अहम बिल पास कर …