लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव द्वारा अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर दिए गए बयान को बचकाना और अविवेकी बताया है। उन्होंने कहा कि गद्दी तो विरासत में मिल सकती है, लेकिन बुद्धि नहीं। बिना विवेक वाले लोग ही दीपोत्सव कार्यक्रम का विरोध करते हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यदि 2017 के पूर्व मिट्टी से जुड़े कुम्हारों की पीड़ा को समझा होता तो इस तरह का बचकाना बयान नहीं दिया जाता। उन्होंने बताया कि इस दीये बनाने के काम में लगभग दो करोड़ लोग लगे हुए हैं। विवाद की शुरुआत अखिलेश यादव के बयान से हुई थी, जिसमें उन्होंने दीपोत्सव के खर्चे पर सवाल उठाते हुए क्रिसमस दीयों और मोमबत्तियों पर खर्च करने की बजाय क्रिसमस जैसी लाइटिंग पर जोर दिया था।
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