हैदराबाद (मा.स.स.). कोयला और खान मंत्रालय हैदराबाद में नौ और 10 सितंबर, 2022 को दो दिवसीय खान मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं, जिसमें खनिजों की खोज को प्रोत्साहन देने और खनन सेक्टर में केंद्र द्वारा क्रियान्वित हाल की सुधार-नीति के प्रभाव का मूल्यांकन करने के लिये नई रणनीतियां बनाने पर ध्यान दिया जायेगा।
केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी; खान, कोयला और रेलवे राज्यमंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे; कोयला व खान मंत्रालय के सचिव; विभिन्न राज्यों के मंत्री; प्रमुख सचिव (खान) और डीजीएम/डीएमजी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस महत्त्वपूर्ण सम्मेलन में सम्मिलित होंगे। आगामी 25 वर्षों में खनिजों की विश्व मांग में बढ़ोतरी को देखते हुये मौजूदा उत्पादन को बढ़ाने के विषय में खनिज सेक्टर हमारे आमूल विकास में अहम भूमिका निभायेगा। लिहाजा, खान मंत्रियों का राष्ट्रीय सम्मेलन ऐसा प्रभावशाली मंच बनेगा, जहां खनिज सेक्टर में राज्य सरकारों के मार्ग में आने वाली अड़चनों पर गौर किया जायेगा। सम्मेलन का लक्ष्य है खान मंत्रालय और विभिन्न राज्य सरकारों के बीच तालमेल को मजबूत बनाना।
सम्मेलन के प्रमुख विषयों में खनन सेक्टर में किये जाने वाले प्रयासों, राज्य सरकारों द्वारा राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण न्यास (एनएमईटी) की निधियों का बेहतर उपयोग, कर्नाटक, ओडिशा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात राज्य सरकारों द्वारा प्रस्तुतिकरण, राज्य सरकारों द्वारा नीलामी की स्थिति पर प्रस्तुतिकरण तथा अधिसूचित निजी अन्वेषण एजेंसियों (एनपीईए) के साथ संवाद शामिल हैं। सम्मेलन के दूसरे दिन कोयला मंत्रालय कोयला सेक्टर के सुधारों और उनके प्रभावों को पेश करेगा। इसके साथ ही कोयला खनन परियोजनाओं के लिये भू-अधिग्रहण तथा कोयला लॉजिस्टिक्स के बारे में प्रस्तुतिकरण के जरिये जानकारी दी जायेगी। आबंटित कोयला खानों के परिचालन और उनकी अद्यतन स्थिति पर भी चर्चा होगी।
इसके अलावा राज्य सरकारों के खान मंत्री, केंद्रीय कोयला मंत्रालय के सचिव डॉ. अनिल कुमार जैन और कोल इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल भी दूसरे दिन सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे।
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