लखनऊ. असमाजिक तत्वों द्वारा बुलंदशहर जिले में चार मंदिर की एक दर्जन से ज्यादा मूर्तियों और 100 साल से पुराने शिवलिंग को खंडित किए जाने के बाद बवाल मचा हुआ है। गुस्साए गांवों के साथ-साथ हिंदूवाठी संगठन के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगमा किया। वहीं, मूर्तियां खंडित होने की सूचना मिलते ही पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गई। शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों ने पीएसी को भी बुला लिया था। फिलहाल गांव में शांति व्यवस्था कायम है। एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि घटना के शीघ्र खुलासे के लिए 5 टीमों का गठन किया है।
यह मामला बुलंदशहर जिले के गुलावठी थाना क्षेत्र के गांव बराल का है। बता दें कि बराल गांव में यह घटना 31 मार्च की देर रात की है। असमाजिक तत्वों ने 4 मंदिरों की लगभग 1 दर्जन से अधिक मूर्तियों को खंडित कर दिया था। मूर्तियों के खंडित होने की जानकारी जैसे ही ग्रामीणों को लगी तो वह भड़क गए। घटना से गुस्साए गांव वालों और हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए और जमकर हंगामा किया है। इस दौरान उन्होंने आरोपियों पर कार्यवाही की मांग करते हुए मंदिरों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। वहीं, ग्रामीणों और हिंदूवादी संगठन के हंगामे को देखते हुए एडीएम व एसपी ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया।
साथ ही, असामाजिक तत्वों का जल्द ही पकड़ने का आश्वासन दिया है। एहतियातन गांव में भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है। इस दौरान एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि घटना के शीघ्र खुलासे के लिए 5 टीमों का गठन किया है। कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो मौजूदा एफआईआर में एनएसए को भी जोड़ा जा सकता है।
130 साल पुराने शिवलिंब को भी तोड़ा गया
1 जून की सुबह जब श्रद्धालु मंदिर पहुंचे तो मंदिर की प्रतिमाएं खंडित देखकर भड़क गए। मंदिर के पुजारी की मानें तो इन में से एक मंदिर तो 130 साल से भी पुराना है। जिसमें शिवलिंग को भी असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया। मूर्ति तोड़े जाने की खबर गांव में तेजी से इलाके में फैल गई। खबर मिलते ही ग्रामीण और हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता एकत्र हो गए और जमकर हंगामा किया। पुलिस ने एहतियातन गांव में भारी पुलिसबल तैनात कर दिया है।
साभार : वन इंडिया
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