सोमवार, दिसंबर 23 2024 | 12:29:55 AM
Breaking News
Home / राज्य / उत्तरप्रदेश / असामाजिक तत्वों ने तोड़ा 100 साल पुराना शिवलिंग

असामाजिक तत्वों ने तोड़ा 100 साल पुराना शिवलिंग

Follow us on:

लखनऊ. असमाजिक तत्वों द्वारा बुलंदशहर जिले में चार मंदिर की एक दर्जन से ज्यादा मूर्तियों और 100 साल से पुराने शिवलिंग को खंडित किए जाने के बाद बवाल मचा हुआ है। गुस्साए गांवों के साथ-साथ हिंदूवाठी संगठन के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगमा किया। वहीं, मूर्तियां खंडित होने की सूचना मिलते ही पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गई। शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों ने पीएसी को भी बुला लिया था। फिलहाल गांव में शांति व्यवस्था कायम है। एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि घटना के शीघ्र खुलासे के लिए 5 टीमों का गठन किया है।

यह मामला बुलंदशहर जिले के गुलावठी थाना क्षेत्र के गांव बराल का है। बता दें कि बराल गांव में यह घटना 31 मार्च की देर रात की है। असमाजिक तत्वों ने 4 मंदिरों की लगभग 1 दर्जन से अधिक मूर्तियों को खंडित कर दिया था। मूर्तियों के खंडित होने की जानकारी जैसे ही ग्रामीणों को लगी तो वह भड़क गए। घटना से गुस्साए गांव वालों और हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए और जमकर हंगामा किया है। इस दौरान उन्होंने आरोपियों पर कार्यवाही की मांग करते हुए मंदिरों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। वहीं, ग्रामीणों और हिंदूवादी संगठन के हंगामे को देखते हुए एडीएम व एसपी ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया।

साथ ही, असामाजिक तत्वों का जल्द ही पकड़ने का आश्वासन दिया है। एहतियातन गांव में भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है। इस दौरान एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि घटना के शीघ्र खुलासे के लिए 5 टीमों का गठन किया है। कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो मौजूदा एफआईआर में एनएसए को भी जोड़ा जा सकता है।

130 साल पुराने शिवलिंब को भी तोड़ा गया

1 जून की सुबह जब श्रद्धालु मंदिर पहुंचे तो मंदिर की प्रतिमाएं खंडित देखकर भड़क गए। मंदिर के पुजारी की मानें तो इन में से एक मंदिर तो 130 साल से भी पुराना है। जिसमें शिवलिंग को भी असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया। मूर्ति तोड़े जाने की खबर गांव में तेजी से इलाके में फैल गई। खबर मिलते ही ग्रामीण और हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता एकत्र हो गए और जमकर हंगामा किया। पुलिस ने एहतियातन गांव में भारी पुलिसबल तैनात कर दिया है।

 

साभार : वन इंडिया

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

एएसआई ने पूरा किया 5 हिन्दू प्राचीन तीर्थ स्थलों और 19 कूपों का सर्वे

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम ने शुक्रवार, 20 …